महिला टीचर के खाते में UP सरकार ने डाल दिए 36 लाख रुपए, फिर हुआ ये, जानें पूरा मामला

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Updated Feb 04, 2021 | 23:29 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

दिल्ली में वंदना चौहान नाम की टीचर के खाते में उत्तर प्रदेश सरकार ने 36 लाख रुपए डाल दिए। हालांकि ये तकनीकि खराबी के चलते हुआ। बैंक ने इस 36 लाख रुपए को फ्रीज कर दिया है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर 
मुख्य बातें
  • 2 दिन पहले ही खाते में आई थी सैलरी
  • बैंक द्वारा 36 लाख रुपए फ्रीज कर दिए गए हैं
  • टीचर अपनी सैलरी के पैसों का इस्तेमाल कर सकती हैं

नई दिल्ली: एक बड़ा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, दिल्ली की एक महिला टीचर के खाते में एकाएक 36 लाख रुपए आ गए। इस तरह खाते में अचानक आए इतने ज्यादा पैसों ने उन्हें चौंका दिया। वंदना चौहान तुकीमपुर में गवर्नमेंट गर्ल्स हायर स्कूल नंबर-1 में शिक्षिका हैं। वो बताती हैं कि मंगलवार सुबह उनकी आंख खुली और पता चला कि 36 लाख रुपए कहीं से खाते में आए हैं।

तकनीकि खराबी के चलते हुए ऐसा

इतनी बड़ी रकम बिना जानकारी के खाते में आने पर वो घबरा गईं और बैंक पहुंच गईं। उन्होंने शिकायत की कि उनके खाते में इतनी बड़ी राशि आई है। इसके बाद जब बैंक ने जांच की, तो पता चला कि यह राशि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई है। वास्तव में यह राशि यूपी राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड को जारी की गई थी, लेकिन तकनीकी खराबी के चलते टीचर के खाते में पहुंच गई। हालांकि, बैंक ने इस राशि को फ्रीज कर दिया है। इस संबंध में यूपी सरकार और बैंक को जानकारी दी गई है।

पति भी है टीचर

वंदना परिवार के साथ नेहरू विहार में रहती हैं। उनके पति मोहित कुमार भी गवर्नमेंट चिल्ड्रन हायर स्कूल नंबर दो में शिक्षक हैं। वंदना ने कहा कि जब उसे सुबह एसएमएस मिला, तो पता चला कि 36 लाख रुपए कहीं से उसके खाते में आए हैं। उसने अपने पति को इस बारे में सूचित किया। इसके बाद वह स्कूल पहुंची। स्कूल से छुट्टी के बाद वह अपने पति को ज्योति नगर, लोनी रोड ले गई और आईडीबीआई बैंक की शाखा में पहुंच गई।

2 दिन पहले ही आई थी सैलरी

यहां उन्होंने शाखा प्रबंधक से शिकायत की। बैंक कर्मियों की जांच में पता चला कि यह पैसा लखनऊ के निशातगंज के लक्ष्मी भवन स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जारी किया गया था। जब पीएनबी में संपर्क किया गया, तो पाया गया कि यह राशि यूपी सरकार की ओर से सरकारी निर्माण निगम लिमिटेड को भुगतान की गई थी। इस एजेंसी का खाता आईडीबीआई बैंक की लखनऊ शाखा में है। तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसा हुआ। इसके बाद बैंक ने उनके खाते में पड़ी 36 लाख रुपए की राशि को फ्रीज कर दिया। वह बची हुई राशि का उपयोग कर सकती हैं। वंदना ने कहा कि यह उनका सैलरी अकाउंट है। इसमें वेतन के अलावा कुछ नहीं है। दो दिन पहले ही वेतन आया था।

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