Uttar Pradesh: यूपी की योगी सरकार ने घोषणा की है कि उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में उर्दू में भी साइनबोर्ड और नेमप्लेट लिखे जाएंगे। यूपी सरकार का ये निर्देश उन्नाव निवासी मोहम्मद हारून की शिकायत के बाद था कि कई सरकारी विभाग साइनबोर्ड पर उर्दू का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे। विशेष रूप से उर्दू उत्तर प्रदेश की दूसरी आधिकारिक भाषा है।
यूपी के सभी सरकारी अस्पतालों में उर्दू में भी लगेंगे साइनबोर्ड
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उत्तर प्रदेश में हैं कुल 167 जिला अस्पताल
राज्य के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सलाह दी गई है कि सभी सरकारी अस्पतालों, जिला अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य विभाग की अन्य इकाइयों को उर्दू में भी जानकारी देनी होगी। उत्तर प्रदेश में कुल 167 जिला अस्पताल, 2,934 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 873 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं।
योगी सरकार का ये निर्देश ऐसे समय में आया है, जब उत्तर प्रदेश में गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वेक्षण करने के अपने फैसले पर बीजेपी सरकार की आलोचना हो रही है। राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री दानिश आजाद के मुताबिक राज्य सरकार गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कर टीचरों की संख्या, पाठ्यक्रम, संस्थान निजी या किराए के भवन में चल रहा है या नहीं, पढ़ाई कर रहे छात्रों की संख्या, पेयजल, फर्नीचर, बिजली आपूर्ति और शौचालय की बुनियादी सुविधाओं और किसी भी संगठन के साथ उनकी संबद्धता के बारे में जानकारी जुटाएगी।
साथ ही मंत्री अंसारी ने कहा है कि मदरसों में छात्रों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के संबंध में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की आवश्यकता के अनुसार सर्वेक्षण किया जाएगा। अभी उत्तर प्रदेश में कुल 16,461 मदरसे हैं, जिनमें से 560 को सरकारी अनुदान दिया जाता है।
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