जम्मू: कोरोना संकट के इस दौर में कई तस्वीरें और ऐसी खबरें आ रही हैं जो वाकई में दिल को छूने वाली हैं। जहां कुछ दर्दनाक मामले सामने आ रहे हैं वहीं कुछ ऐसी खबरें जो एकता की भावना को और मजबूत करती हैं। कोरोना संकट के इस दौर में रमजान का पवित्र महीना भी जारी है लेकिन इस बार यह पहले की तरह नहीं है। लोग घरों में बंद हैं और इफ्तार का आयोजन केवल घर के अंदर तक ही सीमित है। जम्मू कश्मीर में माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड रमजान के इस पवित्र महीने में रोजाना सैकड़ों लोगों के लिए इफ्तार और सहरी का आयोजन कर रहा है।
श्राइन बोर्ड की तरफ से कटरा के आशीर्वाद भवन में क्वारंटीन किए गए सैकड़ों लोगों के लिए रोजाना इफ्तार और सेहरी का आयोजन किया जाता है जिसमें किसी तरह की सरकारी मदद नहीं होती है। दरअसल कोरोना महामारी के चलते जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कटरा स्थित आशीर्वाद भवन को क्वारंटीन सेंटर में बदलने का फैसला किया था जिसमें बड़ी तादाद में लोग रह रहे हैं।
श्राइन बोर्ड का कहना है कि रमजान के इस पवित्र महीने में मुस्लिमों को किसी तरह की दिक्कत ना आए इसलिए उन्हें रोजाना सेहरी और इफ्तार प्रदान की जा रही है। श्राइन बोर्ड का यह कदम भारतीय एकता की मिसाल को भी प्रदर्शित करता है। दरअसल जो लोग जम्मू में अन्य राज्यों से वापस आ रहे हैं उन्हें यहां क्वारंटीन किया जा रहा है जिनमें अधिकांश लोग श्रमिक वर्ग से आते हैं।
आपको बता दें कि फिलहाल देश में रमज़ान का महीना चल रहा है। इस महीने के दौरान मुसलमान सुबह सूरज निकलने से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते पीते हैं। यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है। दरअसल, हिजरी या इस्लामी कैलेंडर चांद के मुताबिक होता है। इस बार ईद का त्योहार 24 या 25 मई को पड़ सकता है।
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