नई दिल्ली: कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है, जो लागू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कोरोना वायरस के इलाज का एक मात्र रास्ता पीएम सोशल डिस्टेंसिंग को बताया है जिसका मतलब एक दूसरे से दूर और अपने घरों में बंद रहना है। इसके बाद केंद्र सरकार ने बताया कि इस अवधि तक सड़क, रेल और हवाई सेवाएं स्थगित रहेंगी। हालांकि, पीएम मोदी ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को परेशान न होने की बात कही। पीएम ने कहा कि देशवासियों, घबराने की जरूरत नहीं है, जरूरी सामान और दवाइयों की दुकानें खुली रहेंगी। दूसरी ओर, पीएम के संबोधन के बाद लोगों में शंकाएं हैं कि लॉकडाउन में बैंक खुले रहेंगे या नहीं?
क्या लॉकडाउन में बैंक खुलेंगे?
लॉकडाउन के दौरान बैंकों पर पाबंदी नहीं लगाई गई है और ये खुले रहेंगे। साथ ही बीमा कार्यालय और एटीएम काम करते रहेंगे। इसके अलावा ई-कॉमर्स के जरिए दवा, मेडिकल उपरकरण की डिलवरी जारी रहेगी। पेट्रोल पंप, एलपीजी पंप, गैस रिटेल खुले रहेंगे। साथ ही बिजली, पानी और संरक्षण सेवाएं और आग, नागरिक सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं पर भी कोई पाबंदी नहीं है। बता दें कि दुनिया में कई देशों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बंदी की घोषणा की गई है। गौरतलब है कि देश में कोरोना के मामलों का आंकडा तेजी से बढ़ा है और यह 500 के पार पहुंच गया है।
'हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, में लॉकडाउन'
कोरोना वायरस के खतरे के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने एक हफ्ते से कम समय में दूसरी बार राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने के लिए 15,000 करोड़ रुपये के केंद्रीय आवंटन का भी ऐलान किया। प्रधानमंत्री ने कहा, 'हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए मंगलवार रात 12 बजे से घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है।' पीएम ने कहा, 'देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली-मोहल्ले को लॉकडाउन किया जा रहा है।'
'नहीं तो हमारा देश पीछे चला जाएगा'
पीएम मोदी ने कहा, 'अगर हम 21 दिन को ठीक से नहीं संभाले तो हमारा देश, हमार परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा।' उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में सख्त कदम की जरूरत है। मोदी ने कहा कि आपका घर से बाहर एक कदम कोरोना वायरस को घर में लाने का रास्ता बनाएगा। प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि इस फैसले की आर्थिक कीमत होगी। साथ ही कहा कि लोगों की जिंदगी सरकार के लिए सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए सामाजिक मेल मिलाप से दूरी एकमात्र उपाय है। उनका यह बयान देश के विभिन्न हिस्सों में बंदी को तोड़कर लोगों के बाहर निकलने के बीच आया है।
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