किसान आंदोलन आज खत्म होगा जाएगा?  संयुक्त किसान मोर्चा के नेता ने कही ये बात

तीन कृषि कानून के निरस्त करने को लेकर एक साल चल रहा आंदोलन खत्म होने वाला है, लेकिन यह कब समाप्त होगा अब भी सवाल बना हुआ है। जानिए किसान नेता क्या कहते हैं।

Will Kisan Andolan end on 09 December ? Sanyukta Kisan Morcha's leaders said these
किसान आंदोलन समाप्ति की कगार पर  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • किसान नेता ने कहा कि सरकार की तरफ से जो ड्राफ्ट आया है, उस पर हमारी सहमति बनी है।
  • किसान आंदोलन पर अंतिम फैसला गुरुवार हो जाएगा।
  • संयुक्त किसान मोर्चा इस पर बैठक करेगा।

नई दिल्ली : तीन कृषि कानून के निरस्त करने को लेकर चल रहा आंदोलन समाप्ति की कगार पर पहुंच गया है। ऐसी उम्मीद है कि गुरुवार (09 दिसंबर) को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में यह फैसला ले लिया जाएगा क्योंकि संयुक्त किसान मोर्चा ने आज (आठ दिसंबर) कहा कि सरकार के नए प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। केंद्र की तरफ से औपचारिक संचार का इंतजार है। प्रदर्शनकारी किसानों की बाकी मांगों पर सरकार के साथ संवाद के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा गठित 5 सदस्यीय कमिटी ने बुधवार को कहा कि उसे केंद्र से एक नया मसौदा प्रस्ताव मिला है और उसे एक समाधान की उम्मीद है। कमिटी ने सरकार के नए प्रस्ताव पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय राजधानी में बैठक की। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि आंदोलन खत्म करने पर अभी कोई फैसला नहीं, कल (नौ दिसंबर को) एक और बैठक होगी। मोर्चे की बैठक के बाद किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि गेंद सरकार के पाले में, अंतिम फैसला कल होगा।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज सरकार की तरफ से जो ड्राफ्ट आया है, उसपर हमारी सहमति बनी है। सरकार के इस ड्राफ्ट का अधिकृत चिट्ठी में बदलना अभी बाकी है। अधिकृत चिट्ठी/ ड्राफ्ट आने के बाद कल बैठक होगी, इस बैठक में आंदोलन को स्थगित करने को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा।

कमिटी की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि उन्होंने केंद्र से मिले एक नए प्रस्ताव पर चर्चा की है। सिंह ने कहा कि आज, 5 सदस्यीय कमिटी ने एक बैठक की। यह कल की बैठक को लेकर थी। हमने सरकार से कुछ प्रश्न पूछे थे। आज हमें सरकार से एक संशोधित मसौदा मिला है। हमने नए प्रस्ताव पर विचार किया। 

यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र के साथ चर्चा में लखीमपुर खीरी कांड का मुद्दा भी एजेंडे में है। बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस मामले पर चर्चा चल रही है।

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की अहम बैठक से पहले किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा था कि वे तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू किए गए एक साल से अधिक समय से चलने वाले आंदोलन में निर्णायक मोड़ पर पहुंच गए हैं। एसकेएम के सदस्य यादव ने सिंघू बॉर्डर पर कहा कि हम इस ऐतिहासिक आंदोलन के निर्णायक मोड़ पर पहुंच गए हैं। लंबी सुरंग के अंत में उम्मीद की किरण निकली है। 

एसकेएम 40 किसान संघों का एक संठगन है और यह तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहा है। इन कानूनों को केंद्र सरकार ने निरस्त कर दिया है।
 

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