नई दिल्ली: पाकिस्तान ने अब तक करतारपुर गलियारे को लेकर भारत को कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। भारत ने पाकिस्तान को प्रस्तावित करतारपुर कॉरिडोर से जुड़े अहम फैसलों पर अमल करने के लिए बैठकें करने के बारे में याद दिलाया था। शनिवार को इस बारे में जानकारी सामने आई थी। भारत ने इस बारे में प्रस्ताव दिया था कि तकनीकी स्तर पर पाकिस्तान और भारत के बीच कुछ बैठकें अगस्त के पहले सप्ताह में होनी चाहिए।
हालांकि पाकिस्तान ने इसका कोई जवाब अब तक नहीं दिया है इसलिए भारतीय पक्ष ने पाकिस्तान को इस बारे में याद दिलाया है। पाकिस्तान ने बीते गुरुवार को कहा कि सीमा-पार करतारपुर कॉरिडोर परियोजना अपनी योजना के अनुसार जारी रहेगा। भारत ने करतारपुर गलियारे से जुड़ी व्यवस्थाओं को पूरा करने, अंतरिम संपर्क मार्ग के एलाइनमेंट को अंतिम रूप देने, नोडल बिंदुओं के बीच तीर्थयात्रियों के बारे में जानकारी साझा करने और गलियारे के इस्तेमाल से पैदा होने वाली परेशानियों से निपटने से संबंधित तंत्र विकसित करने के लिए बैठक करने के लिए कहा था।
भारत की ओर से उम्मीद जताई गई थी कि पाकिस्तान इस साल के नवंबर में गुरु नानक की 550वीं जयंती तक करतारपुर कॉरिडोर को तैयार करने के लिए काम में तेजी दिखाएगा। बता दें कि भारत की ओर से जम्मू कश्मीर के संबंध में धारा 370 के प्रावधानो को खत्म करने और राज्य का पुनर्गठन करने के फैसलों के बाद पाकिस्तान भारत के साथ दूरी बनाने का फैसला किया था।
पाकिस्तान ने भारत के राजदूत को वापस भेज दिया और बस व रेल मार्ग को भी पूरी तरह से बंद कर दिया। इसके बाद भी पाकिस्तान की ओर से करतारपुर कॉरिडोर के फैसले पर सकारात्मक रुख देखने को मिला था। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर परियोजना जारी रहेगी। पाकिस्तान सभी धर्मों का आदर करता है और वह परियोजना को आगे बढ़ाएगा।' योजना के अनुसार करतारपुर गलियारा गुरु नानक देव के 55वीं जयंती पर नवंबर में खोला जाना है।
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