आगरा: तीन दिन पहले एक अस्पताल से भाग गई 25 वर्षीय महिला उत्तर प्रदेश के आगरा में कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई है। उसका पति बेंगलुरु में इस विषाणु से संक्रमित है। यह जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि आगरा में अबतक कोरोना वायरस के सात मामले सामने आएं हैं, जिनमें से पांच मरीज ठीक हो गए हैं तथा इस महिला समेत दो रोगियों का इलाज चल रहा है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इन मरीज़ों से संबंधित 20 लोगों को निगरानी के लिए पृथक कर दिया गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, यह महिला और उसका पति इस महीने के शुरू में यूरोप से अपना हनीमून मना कर मुंबई लौटे था। वहां से वे बेंगलुरु गए थे, जहां उसका पति एक आईटी कंपनी में काम करता है। उसके पति के नमूनों का परीक्षण किया गया तो उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई और अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इसके बाद महिला दिल्ली के लिए रवाना हो गई और बाद में यहां अपने माता-पिता के घर आ गई और ‘बेहद संदिग्ध’ होने के बावजूद 12 मार्च को इस महिला ने कोरोना वायरस के परीक्षण के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कथित रूप से सहयोग नहीं किया।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'महिला के नमूने की जांच रिपोर्ट रविवार को पॉजिटिव आयी और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। उसके परिवार के आठ लोगों को पृथक कर दिया गया है।' उन्होंने बताया, 'एक और व्यक्ति है जो पहले कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था और उसका इलाज चल रहा है। उसके परिवार के 11 सदस्यों को पृथक किया गया है।'
इस महिला के पिता के खिलाफ थाना सदर बाजार में भारतीय दंड संहिता की धारा 269 और 270 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह धाराएं महामारी के दौरान प्रशासन का सहयोग न करने के लिए लगाई गई हैं। वह सरकारी कर्मचारी हैं। उनपर आरोप है कि वह स्वास्थ्य विभाग की टीम को गुमराह कर रहे थे। जिलाधिकारी पी एन सिंह ने मरीज और उसके पिता के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही के लिए आदेश दिए थे।
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