शर्मनाक! दलित पंचायत प्रमुख बैठक के दौरान फर्श पर बैठने को मजबूर, सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्‍सा

Caste discrimination: बैठक के दौरान महिला पंचायत प्रमुख को सिर्फ इसलिए फर्श पर बैठने को मजबूर किया गया, क्‍योंकि वह अनुसूच‍ित जाति से ताल्‍लुख रखती हैं।

शर्मनाक! दलित पंचायत प्रमुख बैठक के दौरान फर्श पर बैठने को मजबूर, सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्‍सा
शर्मनाक! दलित पंचायत प्रमुख बैठक के दौरान फर्श पर बैठने को मजबूर, सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्‍सा  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • पंचायत प्रमुख को कथित तौर पर दलित समाज से होने के कारण फर्श पर बैठने को मजबूर किया गया
  • एक तस्‍वीर सामने आई है, जिसमें महिला को फर्श पर और अन्‍य लोगों को कुर्सी पर बैठे देखा जा रहा है
  • जिला प्रशासन ने इस मामले में पंचायत सचिव को निलंबित किया है और घटना की जांच के आदेश दिए हैं

चेन्‍नई : जातिगत भेदभाव और छुआछूत को हालांकि कानून बनाकर खत्‍म कर दिया गया है, लेकिन लोगों के दिलों से इसे आज तक खत्‍म नहीं किया जा सका है और यही वजह है कि समय-समय पर ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं, जो इंसान‍ियत को शर्मसार करती हैं। तमिलनाडु में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जब चुनी हुई पंचायत प्रमुख को कथित तौर पर उनकी जाति के कारण एक बैठक के दौरान नीचे फर्श पर बैठना पड़ा, जबकि अन्‍य लोग कुर्सी पर बैठे। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पंचायत सचिव को निलंबित भी किया गया है।

यह मामला तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले का है, जहां बैठक के दौरान महिला पंचायत प्रतिनिधि को फर्श पर बैठने को मजबूर किया गया। इस महिला पंचायत प्रमुख को ही बैठक की अध्‍यक्षता करनी थी, लेकिन उप पंचायत प्रमुख की आपत्ति के कारण उन्‍हें फर्श पर बैठना पड़ा, क्‍योंकि वह जिस जाति से ताल्‍लुख रखती हैं, वह अनुसूच‍ित जाति की श्रेणी में आता है। वह तेरू तित्‍ताई गांव की पंचायत प्रमुख हैं और इस रिजर्व सीट से इस साल जनवरी में निर्वाचित हुई थीं। उनका कहन है कि उन्‍हें तभी से जातिगत भेदभाव झेलना पड़ रहा है।

नहीं करने दी बैठक की अध्‍यक्षता

महिला का कहना है कि उप पंचायत प्रमुख ने उन्‍हें बैठक की अध्‍यक्षता भी नहीं करने दी और न ही इससे पहले 15 अगस्‍त को स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन्‍हें झंडा फहराने दिया था, बल्कि अपने पिता से यह काम करवाया था। उनका यह भी कहना है कि इतने महीनों में वह इलाके में ऊंची जाति के लोगों के साथ सहयोग करती रहीं, लेकिन अब पानी सिर के ऊपर से गुजर चुका है।

इस संबंध में एक तस्‍वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें महिला को फर्श पर बैठे दिखाया गया है, जबकि अन्‍य लोग कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। इस तस्‍वीर के सामने आने के बाद लोगों का गुस्‍सा फूट पड़ा है, जो यहां के समाज में व्‍याप्‍त जातिगत भेदभाव को भी दर्शाती है। इस मामले के सामने आने के बाद जिलाधिकारी ने पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पंचायत सचिव को इस भेदभाव की सूचना प्रशासन को देने में विफल रहने के कारण निलंबित किया गया है।

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