माइक की आवाज परिसर से बाहर न आए- योगी का अफसरों को निर्देश 
मुख्य बातें
- सीएम योगी का अधिकारियों को खास निर्देश-SDM, CO और तहसीलदार रात में अपने तैनाती स्थान पर ही रहें
- ध्यान रहे कि माइक के इस्तेमाल से किसी और को परेशानी न हो- योगी
- योगी बोले- कोई शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए
लखनऊ: देश में हो रही सांप्रदायिक घटनाओं को देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को अधिक सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आने वाले त्योहारों के मद्देनजर सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर होने की इजाजत दी जाए साथ ही कोई शोभायात्रा, धार्मिक जुलूस बिना प्रशासन की अनुमति के न निकाले जाएं।
अधिकारियों की छुट्टियां की रद्द
अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि फिलहाल नए आयोजनों को अनुमति नहीं दी जाए। साथ ही यूपी सरकार ने थानाध्यक्ष, सीओ और पुलिस कप्तान से लेकर जिलाधिकारी, सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की छुट्टियां 04 मई तक रद्द कर दी हैं। सीएम योगी ने कहा कि तहसीलदार, एसडीएम,थानाध्यक्ष हो अथवा सीओ आदि, सभी अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती ड्रोन व पेट्रोलिंग जरूरी है। योगी ने कहा कि माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति न दें।
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सुदृढ कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश
- हालिया दिनों में विभिन्न धर्मों के कई पवित्र पर्वों का आयोजन हुआ। यह सुखद है कि पूरे प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा। उत्तर प्रदेश में हर एक नागरिक की सुरक्षा हम सभी का प्राथमिक दायित्व है। हमें अपने इस दायित्व के प्रति सदैव सतर्क-सावधान रहना होगा। आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं। रमजान का महीना चल रहा है। ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है। ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ सतत संवाद बनाएं।
- हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों के दृष्टिगत सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों। यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो।
- तहसीलदार हो, एसडीएम हो थानाध्यक्ष हो अथवा सीओ आदि, सभी अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। शासकीय आवास है तो वहां रहें अथवा किराए का आवास लें, लेकिन रात्रि में अपने ही क्षेत्र में रहें। इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति न दें।
- कोई शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए। अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए। थानाध्यक्ष, सीओ और पुलिस कप्तान से लेकर जिलाधिकारी मंडलायुक्त तक सभी प्रशासनिक/पुलिस अधिकारियों का 04 मई तक का अवकाश तत्काल प्रभाव से निरस्त होगा। जो वर्तमान में अवकाश पर हैं, अगले 24 घंटे के भीतर तैनाती स्थल पर वापस लौटें। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इस व्यवस्था का अनुपालन होना सुनिश्चित कराया जाए।
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लापहरवाही बरतने वालों के खिलाफ एक्शन
योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। सीएम ने ड्रोन का उपयोग कर स्थिति पर नजर रखने का आदेश देते हुए कहा कि हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। सीएम ने कहा कि विगत दिवस एक बालिका के उत्पीड़न के प्रकरण में लखनऊ कमिश्नरेट के भीतर गुडम्बा थाना क्षेत्र में लापरवाही की घटना प्रकाश में आई है और सम्बंधित आरोपियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाए तथा संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित किया जाए।