नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के नवनियुक्त प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा को बधाई देते हुए बुधवार को उम्मीद जताई की कि दोनों नेता संयुक्त रूप से दोनों देशों के बीच ‘‘विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी’’ को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।सुगा को बुधवार को औपचारिक तौर पर जापान का नया प्रधानमंत्री चुन लिया गया। इससे पहले, सोमवार को उन्हें जापान की सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का नया नेता चुना गया था। सुगा पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की जगह लेंगे। वह आबे के काफी करीबी हैं और 2006 से उनके समर्थक रहे हैं।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘जापान का प्रधानमंत्री नियुक्त होने पर योशिहिदे सुगा को दिल से शुभकामनाएं। मैं उम्मीद करता हूं कि दोनों नेता संयुक्त रूप से दोनों देशों के बीच ‘विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी’ को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।’
’उन्होंने जापानी भाषा में भी एक ट्वीट किया और सुगा को शुभकामनाएं दी।
आबे के उत्तराधिकारी को चुनने के लिए हुए आंतरिक मतदान में सुगा को सत्तारूढ़ लिबरल डेमाक्रेटिक पार्टी में 377 वोट मिले और अन्य दो दावेदारों को 157 वोट हासिल हुए थे।सुगा ने कहा कि वह आबे की नीतियों को ही आगे बढ़ाएंगे और उनकी प्राथमिकता कोरोना वायरस से निपटना और वैश्विक महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था बेहतर करना होगा।
जापान की संसद में बुधवार को हुए मतदान में योशिहिदे सुगा को औपचारिक तौर पर नया प्रधानमंत्री चुना गया। उन्होंने शिंजो आबे का स्थान लिया है।स्वास्थ्य कारणों के चलते शिंजो आबे ने बुधवार सुबह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।सुगा को सोमवार को जापान की सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का नया नेता चुना गया था और इसके साथ ही उनका प्रधानमंत्री बनना तय हो गया था।मंत्रिमंडल के मुख्य सचिव रहे योशिहिदे सुगा लंबे समय से आबे के करीबी रहे हैं। वह बुधवार को अपने मंत्रिमंडल का चुनाव करेंगे।
उन्होंने आम लोगों तथा ग्रामीण समुदायों के हितों का ध्यान रखने का वादा किया है।सुगा ने कहा कि वह आबे की अधूरी नीतियों को ही आगे बढ़ाएंगे और उनकी प्राथमिकता कोरोना वायरस से निपटना और वैश्विक महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को बेहतर करना होगा।सुगा के आधिकारिक चयन से पहले आबे ने कहा था कि वह एक सांसद के तौर पर सुगा की सरकार का समर्थन करेंगे।सुगा, आबे के करीबी माने जाते हैं और 2006 से उनके समर्थक रहे हैं जब आबे पहली बार प्रधानमंत्री बने थे।
तब आबे का कार्यकाल 2006 से 2007 के बीच महज एक साल का था जिसकी वजह उनकी खराब सेहत थी। 2012 में फिर से प्रधानमंत्री बनने में सुगा ने आबे की खासी मदद की थी।आबे ने पिछले महीने कहा था कि उनकी सेहत में सुधार आ रहा है लेकिन जारी उपचार और शारीरिक थकान के मद्देनजर उन्होंने इस्तीफा देने का मन बनाया है। सुगा ने कहा कि वह सुधार की मानसिकता वाले मेहनतकश लोगों को नए मंत्रिमंडल में शामिल करेंगे।आबे मंत्रिमंडल के करीब आधे सदस्यों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की उम्मीद है हालांकि कुछ के विभाग बदले जा सकते हैं।
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