किसानों के प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार को पहले अपने कानूनों को वापस लेना चाहिए और उन्हें समिति बनाने पर कोई आपत्ति नहीं है। दिल्ली की तीन सीमा-टिकरी, सिंघु और गाजीपुर पर जमे हजारों किसानों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगें स्वीकर नहीं करती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। किसानों के प्रतिनिधिमंडलों और सरकार के साथ गुरुवार को फिर बातचीत हुई। लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला। अब पांच दिसंबर को पांचवें दौर की बातचीत होगी।