75वें स्वतंत्रता दिवस देशभर में धूमधाम से मनाया गया। खासकर जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस हर्षोउल्लास के साथ सेलिब्रेट किया गया। कारगिल में भी आजादी का यह उत्सव मनाया गया। यहां के लोगों ने इस समारोह में भाग लेकर दुश्मनों के संदेश दिया कि हमारी एकता को कोई खंडित नहीं कर सकता है।
उधर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जंगल राज समाप्त हो गया और हिंसा मुक्त डीडीसी का चुनाव कराकर केंद्र शासित प्रदेश में जमीनी स्तर के लोकतंत्र को मजबूत किया गया। पूर्व राज्य के विशेष दर्जे को रद्द करने के केंद्र के फैसले का जिक्र करते हए सिन्हा ने कहा कि 2019 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लिए नए युग की शुरुआत की। गौर हो कि केंद्र ने अनुच्छेद 370 के तहत मिले जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को 5 अगस्त, 2019 को समाप्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में विभाजित कर दिया था।
मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रशासन घाटी में कश्मीरी पंडितों की सम्मान के साथ वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विकास पैकेज के तहत घाटी में कश्मीरी प्रवासियों को अस्थायी तौर पर बसाने और रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है। सिन्हा ने यहां शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि सरकार कश्मीरी पंडित भाई-बहनों की सम्मानजनक वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री के विकास पैकेज के तहत कश्मीरी प्रवासी समुदाय के लिए 6000 अस्थायी आवास की सुविधा और 6000 रोजगार उपलब्ध कराने का वादा पूरा करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की हैं। उन्होंने कहा कि 849 अस्थायी आवास का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और अन्य 1376 का निर्माण कार्य जारी है।
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