PFI यानी, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर ED ने बड़ी कार्रवाई की है। ED ने PFI से जुड़े 33 अकाउंट फ्रीज कर दिए हैं। इन अकाउंट में 68 लाख रुपये से ज्यादा की रकम सीज की गई है। ED ने अपनी जांच में पाया है कि PFI के इन खातों में साल 2009 से लेकर अब तक 110 करोड़ रुपए से ज्यादा जमा किए जा चुके हैं। एजेंसी ने पीएफआई और उसके पदाधिकारियों के खिलाफ लखनऊ में एक विशेष अदालत में दो आरोप पत्र दाखिल किए हैं।
1-PFI के अकाउंट में पैसा कहां से आया ?
2- हवाला के जरिए आया अकाउंट में पैसा ?
3-पैसे का इस्तेमाल किस काम में होना था ?
4-PFI की फंडिंग का जरिया क्या है ?
5- देशविरोधी गतिविधि के लिए फंडिंग हुई ?
प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी को शक है कि पीएफआई के खातों में जो पैसा आया है वो मनी लॉन्ड्रिंग का हो सकता है और इसका इस्तेमाल गलत कामों के लिए किए जाने की भी आशंका जताई गई है। PFI का पूरा नाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया है जो एक एक इस्लामिक संगठन है। शाहीनबाग प्रदर्शन के दौरान भी PFI का नाम आया था और दिल्ली दंगों में भी PFI पर आरोप लगे थे। PFI पर देश विरोधी काम करने के आरोप हमेशा लगते रहे हैं।
'ईडी ने एक बयान में कहा कि पीएफआई के 23 खाते हैं, जिनमें 59,12,051 रुपये हैं और रिहैब इंडिया फाउंडेशन के 10 खातों में 9,50,030 रुपये हैं।
बयान में कहा गया है, ‘इस प्रकार, कुल 68,62,081 रुपये की राशि को अस्थायी रूप से कुर्क किया गया है।’ इस घटनाक्रम के बाद, पीएफआई ने एक बयान जारी कर कहा, ‘मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह हमारे संज्ञान में आया है कि ईडी ने पीएफआई के बैंक खातों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। हम इस रिपोर्ट की समीक्षा कर रहे हैं और कल एक बयान जारी करेंगे।’
क्या ज्ञानवापी मुद्दे को आधार बना PFI भड़का रहा है, इनसाइड स्टोरी
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।