पाकिस्तान भारत में सीरियल ब्लास्ट का प्लान बना रहा है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया, जिनसे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि भारत में सीरियल ब्लास्ट की साजिश में पाकिस्तान की ISI और 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट का गुनहगार दाऊद इब्राहिम शामिल है। हमारे संवाददाता मोहित ओम और अनुज मिश्रा की EXCLUSIVE रिपोर्ट से आप समझ जाएंगे कि भारत में त्योहार के मौसम में सीरियल ब्लास्ट का प्लान कैसे पाकिस्तान में बना और उसमें कौन कौन शामिल हैं।
वर्ष 1993 मुंबई में हिंदुस्तान के दुश्मन नंबर 1 अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने 13 जगहों पर बम ब्लास्ट कराया था। 257 बेगुनाह मारे गए थे और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिन 6 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है उनसे पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दाऊद इब्राहिम 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट की तर्ज में एक बार फिर सीरियल ब्लास्ट कराने की तैयारी कर रहा था।
ऐसे आतंकवादी जो देश को दहलाना चाहते थे, जो बेगुनाहों की हत्या करना चाहते थे, उन 6 आतंकवादियों की पैरवी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक कर रहे हैं। आतंकियों पर कार्रवाई को हिंदू-मुसलमान का रंग दे रहे हैं। अमानतुल्ला खान ने ट्वीट किया कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं, देश के मुसलमानों पर जुल्म बढ़ता जाता है। आतंकवाद के नाम पर बेकसूरों को फर्जी मुकदमों में फंसाकर परेशान करने का खेल शुरू हो गया है। आगे और न जाने कितने लोगों पर झूठे मुकदमे लगाए जाएंगे। अल्लाह हिफाजत करे!
आतंकवादियों पर कार्रवाई को अरविंद केजरीवाल की पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान को चुनावी सियासत दिखाई देती है। खैर! दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूछताछ में आतंकी ओसामा और जीशान ने कबूल किया कि उन्हें ब्रिज और रेलवे ट्रैक उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई थी। ये आतंकवादी खास ट्रैन रुट्स और उनके आने जाने की पूरी जानकारी इकठ्ठा कर रहे थे। इनका लक्ष्य उन ब्रिज और रेलवे लाइन को निशाना बनाने का था, जहां ब्लास्ट होने पर बड़ी मात्रा में लोगों की जान जाए। इन आतंकियों के पास से जो दो IED मिली है, उसमें जो एक्सप्लोसिव है वो RDX है जिसका वजन करीब 1.5 किलो है जो तबाही मचाने के लिए काफी है। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार आतंकियों को पाकिस्तान में ISI के इशारे पर ट्रेनिंग दी गई थी।
खुफिया एजेंसी लगातार जान मोहम्मद उर्फ समीर कालिया और मूलचंद पर नजर रख रही थीं। समीर कालिया गोल्डन टेंपल ट्रेन से सफर करने वाला है इसकी सूचना स्पेशल सेल को मिली। स्पेशल सेल की टीम भी गोल्डन टेम्पल ट्रेन में सवार हुई। स्पेशल सेल की टीम समीर कालिया के दिल्ली पहुंचने का इंतजार कर रहे थी। समीर कालिया को भी एहसास हो चुका था कि वो स्पेशल सेल के जाल में फंस चुका है। कोटा में ट्रेन से उतरकर वो फरार होने की फिराक में था, तभी स्पेशल सेल की टीम ने उसे दबोच लिया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मिला जानकारी के मुताबिक ब्लास्ट में RDX का इस्तेमाल होना था। पूछताछ में हुए खुलासे में ये भी पता चला है कि इन लोगों को ओमान से बोट के जरिये ईरान की समुद्री सीमा तक ले जाया गया। ईरान की समुद्री सीमा से दूसरी बोट के जरिये आतंकियों को गांदरबल जियोनी पहुंचाया गया। वहां से थट्टा के फार्म हाउस लाया गया, जहां इन आतंकियों को ट्रेंनिंग दी गई।
आतंकियों से पूछताछ के बाद कई ऐसी सुराग मिलें हैं, जो ये साबित करते हैं कि स्लीपर सेल के तौर पर काम कर रहे लोगों से इन्हें मदद मिल रही थी। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इसका एक मतलब और भी है, वो ये कि त्योहारों से खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का इस मामले को लेकर शुक्रवार को दिल्ली पुलिस मुख्यालय में एंटी टेरर कॉन्फ्रेंस करने की योजना है। जिसमें देश की सुरक्षा से जुड़े विभागों के बड़े अफसर शामिल होंगे और पकड़े गए 6 आतंकवादियों के टेरर प्लान की समीक्षा की जाएगी। टेरर मॉड्यूल के ज्यादा से ज्यादा सुराग तलाशने की कोशिश की जाएगी।
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