नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि 'देश की उन्नति हमारी उन्नति है। यह देश हमसे है और हम इस देश से हैं। यह भावना नए भारत के निर्माण में एक ताकत रही है। आज देश जो प्रगति कर रहा है उसमें हम सभी के प्रयास शामिल हैं।' पीएम मोदी ने यह बात आध्यात्मिक संगठन ब्रह्मा कुमारी के कार्यक्रम 'आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर' के उद्घाटन समारोह में कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है जहां भेदभाव के लिए कोई स्थान नहीं होगा। सामाजिक न्याय एवं समानता के आधार पर समाज को आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा, 'हम ऐसे भारत का उदय देख रहे हैं जिसका नजरिया एवं व्यवहार प्रगतिशील एवं आगे बढ़ाने वाले हैं।' पीएम ने कहा कि बीते समय में वैश्विक स्तर देश की छवि धूमिल करने का प्रयास हुआ।
देश के निर्माण में महिलाओं के योगदान का जिक्र करते हुए पीएम ने रानी लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई होल्कर एवं सावित्रीबाई फुले का नाम लिया। आगे अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की संस्कृति एवं सभ्यता को जीवंत रखने के लिए हमें अपने कर्तव्यों को निभाना जरूरी है। पीएम ने कहा कि हम अधिकारों की बात करते हैं और ऐसा करना सही भी है लेकिन हम अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं। हमने बीते 75 सालों में अपनी जिम्मेदारियों को प्राथमिकताओं में शुमार नहीं किया।
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