भारत में कोविड 19 की दूसरी लहर के साथ कई समस्याएं सामने आईं। अस्पतालों में बेड्स और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी हुई। जीवनरक्षक दवाएं जैसे रेमडेसिवीर तक की कमी बनी हुई है। इस बीच एक और गंभीर चिंता का विषय है, वो है कोविड टेस्टिंग। लोगों को कोरोना की जांच कराने के लिए टेस्ट कराने का भी संघर्ष करना पड़ रहा है। Mirror Now की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट से यह सामने आया है कि उत्तर प्रदेश के बड़े-बड़े शहरों में कोविड टेस्ट के लिए लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
'मिरर नाउ' के आलोक सिंह ने RT-PCR बुकिंग के लिए नोएडा और गाजियाबाद में छह कोविड टेस्टिंग लैब में बात की। उन्होंने पाया कि लैब टेस्ट करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। तेजी से मामले बढ़ने के साथ उन पर बोझ बढ़ गया है और उनके संसाधन कम पड़ रहे हैं।
कुछ प्रयोगशालाओं ने कहा कि वे घर पर सैंपल कलेक्शन के लिए नहीं भेज सकते क्योंकि उनके पास लोगों की कमी है। कई जगह लैब तकनीशियन वायरस से संक्रमित हो गए हैं। नोएडा में कुछ कोविड लैब्स ने संक्रमण से बचने के लिए होम कलेक्शन को रोकने का फैसला किया है।
इस बीच, गाजियाबाद की कुछ प्रयोगशालाओं ने कहा है कि वे होम कलेक्शन के लिए नहीं आ सकते हैं क्योंकि उनके पास टेस्टिंग किट नहीं हैं। कुछ प्रयोगशालाओं ने जवाब दिया है कि कोविड टेस्ट के लिए स्लॉट उपलब्ध नहीं हैं। कोरोना के एकदम से बढ़े कहर से ये हालात पैदा हुए हैं। लोगों को टेस्टिंग के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है। जब बड़े-बड़े शहरों की ये स्थिति है तो सोचिए छोटे-छोटे शहरों और गांवों में टेस्टिंग को लेकर क्या हालात होंगे? कई जगह रेट भी ज्यादा लिए जा रहे हैं।
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