India Economic Conclave 2022: भारत दौरे पर आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आज इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में शिरकत की। टाइम्स नाउ के एडिटर इन चीफ और एडिटोरियल डायरेक्टर राहुल शिवशंकर से खास बातचीत में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत-ब्रिटेन के रिश्तों पर खुलकर बातचीत की। । उन्होंने कहा कि भारत के लिए बोरिस का दृष्टिकोण उनके पूर्ववर्तियों से अलग है? उन्होंने कहा कि भारत-ब्रिटेन संबंध अतीत के बोझ से मुक्त हैं। यह रिश्ते दोस्तों, भागीदारों, लोकाचार और लोकतंत्र को लेकर है।
भारत-ब्रिटेन के बीच बढ़ते संबंधों पर जॉनसन ने कहा कि आप आज दुनिया में निरंकुशता देखते हैं। यह पारंपरिक लोकतांत्रिक भागीदारों को एक साथ काम करने के लिए मजबूर कर रहा है। मैं पीएम मोदी की 'मेक इन इंडिया' पहल का समर्थन करता हूं। हम यूके में भी ऐसा ही करने की कोशिश कर रहे हैं। बोरिस जॉनसन ने कहा कि भारत के लोकतंत्र की 'गुणवत्ता' के सवाल पर कहा कि आपको सुनना चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसद हर तरह की बातें कहते हैं, आपको देखना चाहिए कि वे हमारी संसद में मेरे बारे में क्या कहते हैं। मुझे नहीं लगता कि यह एक देश का काम है कि वह दूसरे को प्रचार करे। भारत एक अविश्वसनीय देश है, जिसमें 1.35 अरब लोग हैं। दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है। कोई नहीं कह सकता कि भारत एक लोकतंत्र नहीं है, यह एक असाधारण जगह है।
भविष्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र है
उन्होंने कहा कि भविष्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र है। इसलिए ब्रिटेन का झुकाव हिंद-प्रशांत की ओर हो रहा है। भारत को बहुत मजबूत भूमिका निभानी है।उन्होंने कहा कि यूके और भारत ग्रीन एनर्जी समाधान प्रदान करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। हम पवन ऊर्जा पर एक साथ काम करना चाहते हैं। हमारी सरकार ने ब्रिटेन में भारतीयों का स्वागत करने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं। अभी यूके में 99,000 भारतीय छात्र हैं। यह हमारे लिए बहुत अच्छा है। हम सेवाओं को और अधिक विस्तार देना चाहते हैं। जॉनसन ने कहा कि मैंने देखा कि कैसे बेंगलुरु में लंदन ट्यूब ट्रेनों के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा था। हमें ब्रिटेन में भारतीय प्रतिभा की जरूरत है। मेरे पास इसके लिए बहुत खुला दृष्टिकोण है।
जॉनसन ने यह स्वीकार करते हुए कि भारत और यूके के बीच प्लांड फ्री ट्रेड एग्रिमेंट के संबंध में कुछ मुद्दों को सुलझाया जाना है, दीवाली तक इसे अंतिम रूप देने के लिए उत्सुक हैं और पुष्टि की कि यह वीजा व्यवस्था के उदारीकरण को भी लागू करेगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसे लोगों की कमी है, जिनकी हमें अपनी अर्थव्यवस्था में जरूरत है। जब मैं लंदन का मेयर था, तो मैंने यहां आकर देखा कि लंदन की ट्यूब ट्रेनों के लिए हमारे परिवहन का सॉफ्टवेयर बैंगलोर में कैसे किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे लोगों की जरूरत है जो आईटी सिस्टम में मदद कर सकें, हमें यूके में भारतीय प्रतिभा की जरूरत है। मेरे पास इसके लिए एक बहुत ही खुला दृष्टिकोण है। लेकिन बहुत बड़ी मात्रा में काम है। मैं अपने वार्ताकारों से कहता हूं कि आगे बढ़ें। हम इसे दिवाली तक पूरा करना चाहते हैं।
पीएम जॉनसन ने कहा कि दुनिया में जहां निरंकुशताएं हैं वह परेशान कर सकती हैं। आपको लोकतंत्रों के बीच और अधिक सहयोग और साझेदारी की आवश्यकता है। इसलिए पीएम मोदी के लिए G-7 का दौरा करना जरूरी था। भारत के यूक्रेन स्टैंड पर यूके के पीएम ने कहा कि भारत-रूस के संबंधों को कोई कम नहीं आंक सकता। लेकिन भारत ने इससे बाहर आकर बहुत कड़े बयान दिए हैं। पुतिन ने बहुत बड़ी गलती की।
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