Frankly Speaking With Dharmendra Pradhan: बीजेपी के सीनियर नेता और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार ने खास बातचीत की। उन्होंने राष्ट्रपति पर अधीर रंजन चौधरी के बयान और सोनिया गांधी पर हमला करने और उन्हें भयभीत करने के आरोप, ED की कार्रवाई से लेकर विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ जांच के सवाल, बीजेपी दाग धोने वाली 'वॉशिंग मशीन' है? बीजेपी बांट रही देशभक्ति का सर्टिफिकेट? PoK में कब तिरंगा लहराएगी बीजेपी? गुजरात में AAP के मॉडल से डरी बीजेपी? जैसे तमाम सवालों का बेबाकी से जवाब दिया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कुछ लोग संसद को चलने नहीं देते हैं। हम डिबेट के लिए तैयार हैं। किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। एक परिवार खुद को नियम से ऊपर मानता है। वे चर्चा करना नहीं चाहते हैं। संसद ना चलने देना उनकी राजनीतिक विवशता है। वे चर्चा से भागना चाहते है। राष्टपति सभी के होते हैं। अधीर रंजन चौधरी ने जानबूझकर राष्ट्रपत्नी कहा। अधीर के बयान पर जवाब देना सोनिया की जिम्मेदारी है। राष्ट्रपति पर कई कांग्रेस नेता ने गलत बयान दिया। गरीबों की खुशी कांग्रेस से देखी नहीं जाती है।
कांग्रेस के साथ जैसी करनी वैसी भरनी है। सोनिया से पूछताछ कोर्ट के आदेश पर हो रही है। हम कोर्ट से ऊपर ये उनकी विचारधारा है। बंगाल के नेताओं के घर से कैश मिला। कोर्ट के आदेश पर बंगाल में भ्रष्टाचार बाहर आया। नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया दोषी है। पार्टी का पैसा लेकर निजी संपत्ति जुटाई गई। कोर्ट के निर्देश पर ईडी, सीबीआई काम कर रही है। देश का कानून सबके लिए बराबर है। हमारे नेतृत्व के दशकों तक घेरा। मोदी जी के खिलाफ कोई प्रमाण नहीं मिला। कोर्ट से मोदी को क्लीनचीट मिली। जो षडयंत्र करेगा वो भरेगा।
उन्होंने कहा कि हम सुविधा की राजनीति नहीं करते हैं। देश के संविधान और जनता पर भरोसा है। किसी को डराने के लिए सत्ता में नहीं हैं। कानून को अपने हितों के लिए नहीं मरोड़ते हैं। महाराष्ट्र में हमारे बहुमत को चोरी की गई। इतनी ताकत थी तो उद्धव ठाकरे अकेले चुनाव लड़ लेते। शिवसेना को समझ में आया इसलिए एकनाथ शिंदे गठबंधन में वापस लौट आए।
दिल्ली में प्राइमरी शिक्षा की हालत खराब है। दिल्ली के स्कूलों को सिर्फ पेंट किया गया। आम आदमी पार्टी की सरकार झूठे लोगों की सरकार है। दिल्ली शिक्षा व्यवस्था बेहद खराब है।
एजुकेशन पर उन्होंने कहा कि देश के सभी बोर्ड एक जैसे नहीं हो सकते हैं। सीबीएसई भी अलग बोर्ड है। हमें एजुकेशन क्वालिटी पर ध्यान देना है। शिक्षा व्यवस्था को बदलनी पड़ी। हमें इतिहास बदलने की जरूरत नहीं है। सिर्फ सही चीज को बताने की जरूरत है। अंग्रेजों से लड़ने वाले उन वीरों के बारे में बताने के लिए है जिन्हें नहीं बताया गया। दुनिया का ज्ञान भारत के युवाओं हो। ये राष्ट्रीय शिक्षानीति है। भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। हिंदी, उर्दू, तमिल...सभी हमारे राष्ट्रीय भाषाएं हैं।
भारत सरकार इमर्जिंग स्किल पर ध्यान दिया। नए नए रोजगार कैसे सृजन हो। हमने इस पर ध्यान दिया। राज्य सरकारों के साथ मिलकर हम इस पर काम करेंगे। प्रति वर्ष दो करोड़ जॉब पर उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकारी नौकरी को जॉब मानना गलत है। प्राइवेट नौकरी और सेल्फ रोजगार भी जॉब है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश क जनता के लिए कठोर निर्णय लेते हैं। रूरल और सुदूर इलाके में प्राइवेट कंपनी का इंटरनेट नहीं है वहां बीएसएनएल इंटरनेट पहुंचाएगा। यह देश के हितों के लिए है।
हर घर तिरंगा पर उन्होंने कहा कि हम बचपन में सुबह 5 बजे से प्रभात फेरी करते थे। प्रधानमंत्री ने वही कहा कि हर घर मे तिरंगा फहराइए। इसमें गलत क्या है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।