भारत-पाकिस्तान दोनों देशों के बीच हमेशा से ही रोटी-रोजी का नाता रहा है। लेकिन पुलवामा हमले का असर हुआ भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस पर भी पड़ा था। दोनों देशों के रिश्तों में खटास आज भी बनी हुई है और उसका असर भारतीय दुल्हे विक्रम सिंह और उनकी दुल्हन निर्मला कंवर पर पड़ा। वीजा ना मिलने की वजह से विक्रम सिंह की दुल्हन पाकिस्तान से भारत नहीं आ पा रही थी। लेकिन दो साल का वो इंतजार खत्म हुआ और विक्रम सिंह की पत्नी अब भारत आ चुकी है, विक्रम सिंह अपने मिलन के लिए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का योगदान मानते हैं।
वीजा ना मिलने से पाकिस्तान में अटकी दुल्हन
पिछले 2 सालों से थार एक्सप्रेस का संचालन बंद है ऐसे में पाकिस्तान और भारत के बीच आवाजाही को लेकर भी रास्ता बंद हो गया था, ऐसे में जैसलमेर निवासी विक्रम सिंह की दुल्हन पिछले 3 साल से पाकिस्तान में वीजा नहीं मिलने के कारण अटक गई थी। ऐसे में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के लगातार प्रयासों से दुल्हन की भारत वापसी हुई है।
विक्रम सिंह की कहानी उनकी जुबानी
जैसलमेर के बईया निवासी विक्रम सिंह की पत्नी निर्मला कंवर की अटारी बॉर्डर से ससुराल में पहला कदम रखा है। अटारी बॉर्डर से बाड़मेर पहुंचने पर सांसद सेवा कक्ष में दुल्हन का स्वागत किया गया। शादी के 3 साल के लंबे इंतजार के बाद पहली बार मिले विक्रम सिंह बताते है कि उनकी दुल्हन का वीजा ब्लैकलिस्ट कर दिया गया जिससे उनको वीजा नही मिल पाया। करीब 3 साल बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के प्रयासों से उनकी दुल्हन की भारत वापसी हुई है। ऐसे में उन्होंने खुशी जताते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का साधुवाद ज्ञापित किया है।
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