'लोगतंत्र' में बात हुई बिहार से जुड़े नए घोटाले पर। बिहार में हर घर जल का नल योजना में हुए घोटाले को लेकर नीतीश कुमार की सरकार हर दिन घिरती जा रही है। सबसे गंभीर आरोप हैं बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद पर। आरोप है कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों और करीबियों को इसका कॉन्ट्रैक्ट दिया है और फायदा पहुंचाने की कोशिश की है। इसके बाद TIMES NOW नवभारत की टीम ने इसकी पड़ताल शुरू की। अब पटना से कटिहार तक पड़ताल जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे नीतीश सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हमारी रिपोर्ट आपको बताएगी कि जिस कटिहार में डिप्टी सीएम ने अपने करीबियों को इस योजना का कॉन्ट्रैक्ट दिया। वहां की जमीनी हकीकत क्या है। जमीन पर काम कितना हुआ है। क्या कहीं नल लगे भी हैं या नहीं और लगे हैं तो नल से जल आ भी रहा है या नहीं।
हर घर में नल से जल योजना में हुए करप्शन की जांच करने टाइम्स नाउ नवभारत के संवाददाता पटना से कटिहार पहुंच गए। डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद के इलाके में। जहां उनकी बहू, साले की कंपनियों को ठेके की रेवड़ी मिली। Times Now नवभारत पर कटिहार के कई पंचायतों की सच्चाई सामने आई। योजना के कॉन्ट्रैक्ट बंटवारे को लेकर कटिहार में जब Times Now नवभारत ने इसकी पूरी पड़ताल शुरू की तो बहू, साले और डिप्टी सीएम के रिश्तेदार सबकी परतें खुलने लगी। दीपकिरण इन्फ्रासंट्रक्चर को 48 करोड़ का ठेका दिया गया। वहीं जीवनश्री इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को 3 करोड 60 लाख का काम दिया गया है।
'हर घर नल का जल' स्कीम क्या है?
पूरा मामला क्या है?
डिप्टी सीएम के रिश्तेदारों को फायदा
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