कोलकाता। दक्षिण 24 परगना में बीजेपी नेता मनीष शुक्ला की हत्या का मामला गरमाता जा रहा है। इस केस में तीसरी गिरफ्तारी हुई है। बड़ी बात यह है कि इन तीनों गिरफ्तारियों में से एक संबंध टीएमसी से बताया जा रहा है जिसके बाद सियासत और गरम हो गई है। पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने पहले आरोप लगाया था कि तीतलागढ़ पुलिस स्टेशन के सामने जिस तरह से हत्या की गई उससे साफ है कि राजनीतिक शह थी। इसके साथ ही राज्य के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने सीबीआई जांच की मांग की थी।
मनीष शुक्ला हत्याकांड का सियासी कनेक्शन
मनीष शुक्ला हत्याकांड में बंगाल पुलिस ने पहले आपसी रंजिश को जिम्मेदार बताया था। यह बात अलग है कि बीजेपी को पुलिस की दलील गले के नीचे नहीं उतर रही थी। बीजेपी नेताओं का कहना था कि यह पूरी तरह से राजनीतिक हत्या है,लेकिन ममता सरकार इस मुद्दे पर सियासत कर रही है। बीजेपी के दबाव के बाद इस मामले को सीआईडी को सौंप दिया गया। सीआईडी के हाथ में जब केस आया तो दो लोगों की पहले गिरफ्तारी हुई और तीसरी गिरफ्तारी बुधवार को गई।
राजनीतिक आरोप- प्रत्यारोप और होगा तेज
सीआईडी का कहना है कि जिस शख्स की गिरफ्तारी की गई है उसने अपना संबंध टीएमसी से बताया है। इस शख्स ने जानकारी दी है कि वो कई दिनों से मनीष शुक्ला की रेकी कर रहा था। सीआईडी की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है इस मामले में सनसनीखेज जानकारियां सामने आ रही है जिसके बाद राजनीतिक आरोपों का दौर एक बार फिर शुरू हो सकता है।
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