नादिया रेप केस में बीजेपी फैक्ट फाइंडिंग टीम ने अपनी रिपोर्ट अध्यक्ष जे पी नड्डा को सौंप दी है। अपनी रिपोर्ट में कमेटी ने कई खास सिफारिशों का जिक्र किया है जिसमें पश्चिम बंगाल में धारा 355 और 356 के इस्तेमाल की बात कही गई है। कमेटी ने कहा कि नादिया केस को दूसरे राज्य में ट्रांसफर करने की जरूरत है। इसके साथ ही पीड़ित परिवार को ममता सरकार की सुरक्षा के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। टीम का कहना है कि आरोपियों को दूसरे राज्यों की जेल में भेजना चाहिए। यही नहीं ममता सरकार में आम लोगों के दिल में दहशत कायम है। वो लोग टीएमसी के लिए मतदान स्वेच्छा से नहीं करते हैं बल्कि डर की वजह से करते हैं इस तरह के हालात से निपटने के लिए केंद्र सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के दिए थे आदेश
कलकत्ता हाई कोर्ट ने नादिया के हंसखाली बलात्कार और हत्या मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिए थे। स्थानीय पुलिस द्वारा आरोपी की हिरासत के साथ-साथ सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंपे दिए गए हैं। अगली सुनवाई में सीबीआई रिपोर्ट कोर्ट को सौंपा जाना है । नाबालिग लड़की से कथित बलात्कार के मामले में दूसरे संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया था। दूसरा आरोपी मुख्य आरोपी का दोस्त है।
क्या था मामला
मुख्य आरोपी के घर पर 4 अप्रैल को जन्मदिन की पार्टी में नाबालिग लड़की से कथित तौर पर बलात्कार किया गया था। पीड़ित के परिजनों के अनुसार बाद में उसी रात लड़की की मौत हो गई थी। मृतक लड़की के माता-पिता ने नौ अप्रैल को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मुख्य आरोपी तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता के बेटे को शिकायत दर्ज होने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि विपक्षी दलों की तरफ से आरोप लगाया कि टीएमसी बचाने का काम कर रही है।
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