'न्यूज की पाठशाला' में चुनावी राजनीति का वसूली चैप्टर खुला। उन नेताओं की क्लास लगी जो आपके वोट में अपने लिए नोट देखते हैं। हमने उस राजनीति को बेनकाब कर दिया जो आपके वोट की बोली लगा देती है। आज दिन भर आपने टाइम्स नाउ नवभारत देखा। आज आपने वो विस्फोटक खुलासा देखा, जिसने यूपी की राजनीति में हलचल मचा दी है। ऑपरेशन मुख्यमंत्री से यूपी के नेताओं में हड़कंप है। हमारे सीक्रेट कैमरे ने यूपी के दो सियासी चेहरों को बेनकाब किया है। दो चेहरे सीक्रेट कैमरे पर सियासी नैतिकता के टेस्ट में फेल हो गए
पहला सियासी कैरेक्टर- संजय निषाद
और दूसरा कैरेक्टर- ओम प्रकाश राजभर
यूपी की राजनीति को समझने वाले लोग इन दोनों चेहरों को अच्छी तरह से जानते हैं। संजय निषाद- यूपी में निषाद पार्टी चलाते हैं। ओपी राजभर- यूपी में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी चलाते हैं। ये पिछड़े समाज के हित की बड़ी बड़ी बातें करते हैं, लेकिन बंद कमरे में कैसे गरीब के वोट की डीलिंग करते हैं। इन्हें टाइम्स नाउ नवभारत की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम ने महीनों की मेहनत के बाद बेनकाब कर दिया। इनके लिए सियायत एक कारोबार है, जहां ये अपने वोटबैंक, अपनी विचारधारा, अपने समाज का हित सबकी बोली लगाते हैं और पैसों की वसूली करते हैं।
स्टिंग ऑपरेशन से क्या बड़े खुलासे हुए, इसे आपको 10 प्वाइंट्स में बताते हैं:
संजय निषाद का खुलासा
संजय निषाद की पॉलिटिक्स को समझिए
-ये केवट, बिंद, मल्लाह, मछुआरा समाज की राजनीति करते हैं
-ये पहले बीएसपी में थे, 2016 में उन्होंने निषाद पार्टी बनाई
-पूर्वांचल के 16 जिलों में निषाद वोटों पर पकड़ होने का दावा
-2018 में निषाद पार्टी ने एसपी-बीएसपी से गठबंधन किया
-संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव जीते
-2019 में निषाद पार्टी एनडीए में शामिल हो गई
-2019 के लोकसभा चुनाव में संजय निषाद के बेटे प्रवीण संतकबीरनगर से बीजेपी के टिकट पर जीते
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।