Sanjay Raut Custody : पात्रा चॉल घोटाले में शिवसेना नेता संजय राउत की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। कोर्ट ने उनकी हिरासत चार दिनों के लिए और बढ़ा दी है। राउत अब आठ अगस्त तक ईडी की हिरासत में रहेंगे। चार दिनों की हिरासत पूरी हो जाने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया। जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि मनीलॉन्ड्रिंग मामले में उनसे और पूछताछ किए जाने की जरूरत है। ईडी के इस अनुरोध को कोर्ट ने स्वीकार करते हुए उनकी हिरासत की अवधि बढ़ा दी। राउत को गत एक अगस्त को ईडी ने गिरफ्तार किया।
गत अगस्त को ईडी ने पीएमएलए कोर्ट से राउत की आठ दिनों की हिरासत मांगी थी लेकिन कोर्ट ने चार दिनों की हिरासत की मंजूरी दी। पिछली सुनवाई के दौरान ईडी के वकील ने कोर्ट को बताया कि संजय राउत और उनकी पत्नी वर्षा के खाते में एक करोड़ रुपए भेजे गए। दादर फ्लैट के लिए 37 लाख रुपए ट्रांसफर हुए। ये पैसे प्रवीण की कंपनी से भेजे गए। पैसों के हेरफेर में राउत परिवार को सीधे तौर पर फायदा पहुंचाया गया।
कोर्ट में ED की दलील
राउत के वकील ने कोर्ट से कहा कि उनके मुवक्किल की गिरफ्तारी सियासी है। यह मामला पुराना है और राजनीतिक बदले की भावना के तहत इसे दोबारा खोला गया है। राउत को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। मामले की जांच में अगर राउत की हिरासत जरूरी है तो उन्हें कम से कम अवधि के लिए हिरासत में भेजा जाए क्योंकि वह जांच एजेंसी का सहयोग कर रहे हैं।
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ईडी के सामने तीन बार पेश नहीं हुए राउत
मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने राउत को तीन बार बुलाया था लेकिन वह उसके सामने पेश नहीं हुआ। इसके बाद ईडी के अधिकारी राउत के घर पर पहुंचे और उनसे पूछताछ की। पूछताछ में शिवसेना नेता अपने परिवार की संपत्तियों से जुड़े सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। वे बड़े सवालों को टालते रहे। गिरफ्तारी के बाद अपनी एकजुटता दिखाने के लिए पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे राउत के घर गए और उनके परिजनों से मुलाकात की।
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