नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने कई कानूनों में संशोधन करके बाहर के लोगों के लिए जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीदने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। इसके एक दिन बाद ही पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के एक नेता ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। पीडीपी नेता और पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के करीबी सहयोगी सुरिंदर चौधरी ने कहा कि अगर देश के बाकी हिस्सों से भारतीय यहां बसने के लिए आते हैं तो जम्मू और कश्मीर में बलात्कार बढ़ेंगे।
चौधरी ने टाइम्स नाउ से कहा, 'जम्मू में डोगरा संस्कृति है और इसकी विरासत है; हमने देश के लिए बलिदान दिया है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि उनके (बाहरी) यहां बसते ही बलात्कार जैसे अपराध होने लगेंगे। लेकिन देखिए असम के लोग क्या कह रहे हैं, महाराष्ट्र के लोग क्या कह रहे हैं, वो भी तो कहते हैं बाहरियों को बाहर निकालिए। वहां के बच्चों का हक मारा जा रहा है, हम उसी बुनियाद पर कह रहे हैं। जम्मू बहुत शांति वाली जगह है। बच्चियां दूर दराज गांव से आती हैं और पढ़कर वापस जाती हैं। वहां देखिए हर रोज कितने रेप हो रहे हैं, दिनदहाड़े गोलियां मारी जा रही हैं।
संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए के निरस्त होने के एक साल बाद केंद्र सरकार ने कई कानूनों में संशोधन करके जम्मू-कश्मीर के बाहर के लोगों के लिए केंद्र शासित प्रदेश में जमीन खरीदने का मार्ग प्रशस्त कर दिया। इस संबंध में जारी एक राजपत्र अधिसूचना में, केंद्र ने केंद्र शासित प्रदेश में भूमि से संबंधित जम्मू-कश्मीर विकास अधिनियम की धारा 17 से "राज्य के स्थायी निवासी" वाक्यांश को हटा दिया है। गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए को निरस्त करने से पहले, गैर-निवासी जम्मू-कश्मीर में कोई अचल संपत्ति नहीं खरीद सकते थे। हालांकि, ताजा बदलावों ने गैर-निवासियों के लिए केंद्र शासित प्रदेश में जमीन खरीदने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
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