नई दिल्ली: देश में कोरोनोवायरस लॉकडाउन के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा गुरुवार को आर्थिक राहत पैकेज का ऐलान किया गया। कोरोना वायरस संकट से प्रभावित गरीबों और मजदूरों के लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की इस घोषणा की कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रशंसा की है। राहुल गांधी ने इसे 'सही दिशा में उठाया गया पहला कदम' बताया है।
सरकार द्वारा उठाए गए कदम की सराहना करेत हुए राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘सरकार की ओर वित्तीय पैकेज की घोषणा सही दिशा में पहला कदम है। भारत पर उसके किसानों, दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों, महिलाओं और बुजुर्गों का कर्ज है जिन्हें मौजूदा लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।’ इससे पहले केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण तथा इसकी रोकथाम के लिये किये गये लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे असर को कम करने के लिये गुरुवार को आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका ऐलान किया।
सोनिया गांधी ने की थी 'न्याय' की मांग
आज ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 21 दिनों के बंद का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर आग्रह किया था कि सरकार 'न्यूनतम आय गारंटी योजना' (न्याय) लागू करके आजीविका के संकट का सामना कर रहे मजदूरों एवं गरीबों के खातों में आर्थिक मदद भेजे जिससे किसानों एवं छोटे कारोबारियों को राहत मिल सके।
सोनिया गांधी ने कहा, संगठित है देश
उन्होंने कहा, 'कोरोना वायरस की महामारी ने लाखों लोगों का जीवन खतरे में डाल दिया है तथा पूरे देश में खासकर समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लोगों की आजीविका एवं रोजमर्रा के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। कोरोना महामारी को रोकने व हराने के संघर्ष में पूरा देश संगठित होकर एक साथ खड़ा है।'कोराना वायरस से लड़ने के लिए आपकी सरकार द्वारा घोषित 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन का हम समर्थन करते हैं। मैं विश्वास दिलाती हूँ कि इस महामारी को रोकने के लिए उठाए गए हर कदम में हम सरकार को अपना पूरा सहयोग देंगे।'
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