महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर पर जबरदस्त सियासत हो रही है। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे ने औरंगाबाद में मेगा रैली की। इस मौके पर राज ठाकरे ने अचानक लाउडस्पीकर का विषय नहीं लाए। मैं दंगा करवाना नहीं चाहता हूं। मस्जिद पर स्पीकर धार्मिक विषय नहीं हैं। लाउडस्पीकर पर अजान होगा तो हनुमान चलीसा भी होगा। लाउडस्पीकर यूपी में हटा तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं हटेगा। उन्होंने योगी की तारीफ की। सभी को लाउडस्पीकर उतारने चाहिए। औरंगाबाद में 600 मस्जिदें हैं। रास्ते पर नमाज पढ़ने का अधिकार किसने दिया। उन्होंने कहा 4 तारीख से हम बिल्कुल नहीं सुनेंगे।
उन्होंने कहा कि मुझे संभाजी नगर में रैली करने का अनुमति दी गई। मैं पूरे महाराष्ट्र में रैली करूंगा। महाराष्ट्र में कई समस्याएं हैं। उन्होंने औरंगाबाद को संभाजी नगर कह कर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सिर्फ संभाजी नगर तक विषय सीमित नहीं है। जो इतिहास भूल गए उनका भूगोल बिगड़ गया। 400 साल तक महाराष्ट्र में अत्याचार हुआ। शिवाजी ने स्वाभिमान सिखाया। शिवाजी व्यक्ति नहीं विचार हैं। शरद पवार नास्तिक है। शरद पवार अपने भाषण में शिवाजी का नाम नहीं लेते हैं। फोटो डालकर पूजा का नाटक क्यों करते हो। एनसीपी बनाने के बाद एक-दूसरे के प्रति नफरत शुरू हुई। अपने फायदे के लिए जातिगत भेदभाव किया। मैं जात पात नहीं करता हूं। शरद पवार जातिवाद करते हैं।
इससे पहले आज एमएनएस और शिवसेना में पोस्टर वॉर दिखने लगा है। शिवसेना ने औरंगाबाद में हर जगह बाला साहेब के पोस्टर लगाए हैं। जिसमें लिखा है कि बाला साहेब जैसा कोई नहीं होगा। वहीं MNS ने भगवा कपड़ो में राज ठाकरे के पोस्टर लगाए हैं। हिंदुत्व की विरासत पर धुआंधार सियासत हो रही है। राज ठाकरे की रैली को शर्तों के साथ उद्धव ठाकरे की सरकार ने इजाजत दी। औरंगाबाद में धारा 144 के बीच ये रैली हुई।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।