नई दिल्ली : किसान आंदोलन में उमर खालिद और शरजील इमाम के रिहाई के पोस्टर सामने आने पर भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने सफाई दी है। टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि आंदोलन में इन दोनों की रिहाई के पोस्टर कैसे आए, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। किसान नेता ने कहा कि वह उमर और शरजील के समर्थन में हुए प्रदर्शन की निंदा करते हैं। टिकैत ने कहा कि इस मसले को किसान संगठनों की आंतरिक बैठक में उठाएंगे। यह दोबारा नहीं होगा, हम देश विरोधी तत्वों को अपना मंच नहीं देंगे। किसान नेता ने कहा कि वह आज की बैठक में यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहेंगे कि आंदोलन से दिल्ली में फल और सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित न हो पाए।
गौरतलब है कि गुरुवार को किसान आंदोलन के दौरान एक संगठन ने यलगार परिषद और दिल्ली हिंसा केस में जेल में बंद करीब 20 आरोपियों की रिहाई की मांग की। बहादुरगढ़ में किसान मंच पर लगे एक बैनर में वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, शरजील इमाम, गौतम नवलखा और उमर खालिद सहित 20 आरोपियों की तस्वीरें नजर आईं। हालांकि, किसान संगठनों ने इस तरह के प्रदर्शन को खुद को अलग कर लिया है। उनका कहना है कि उनका आंदोलन पूरी तरह से गैर-राजनीतिक है। वे इसकी निंदा करते हैं। किसान नेताओं का कहना है कि हम अपने मंच का गलत इस्तेमाल नहीं होने देंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि किसानों के मंच का गलत इस्तेमाल हो रहा है।
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