नई दिल्ली: हरियाणा के करनाल के SDM आयुष सिन्हा अपने एक वायरल वीडियो के चलते विवादों में आ गए हैं। वायरल वीडियो में वो पुलिसकर्मियों से प्रदर्शन कर रहे किसानों के सिर पर वार करने को कह रहे हैं। अब इस पर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कल एक अधिकारी ने (पुलिसकर्मियों को) किसानों के सिर पर वार करने का आदेश दिया। वे हमें खालिस्तानी कहते हैं। अगर आप हमें खालिस्तानी और पाकिस्तानी कहेंगे, तो हम कहेंगे कि 'सरकारी तालिबानी' ने देश पर कब्जा कर लिया है। ये हैं 'सरकारी तालिबानी'।
'आवाज दबाने के लिए लाठियों का इस्तेमाल'
टिकैत ने आगे कहा, 'किसानों का सिर फोड़ने की बात कहने वाले अधिकारियों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया जाए। वह आईएएस अधिकारी (करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा) 'सरकारी तालिबानी' के कमांडर हैं।' टिकैत ने रविवार को करनाल के एक अस्पताल में जाकर कुछ घायल किसानों से मुलाकात की और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की निंदा की। टिकैत ने कहा कि करनाल में किसानों पर हमला करने का षड्यंत्र ड्यूटी मजिस्ट्रेट के आदेशों से स्पष्ट था, जो पुलिस को किसानों का सिर फोड़ने और उन पर लाठियां बरसाने का आदेश दे रहे हैं। सरकार किसानों की आवाज को दबाने के लिए लाठियों का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन वह गलतफहमी में है।
वहीं हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि सोमवार को किसान संगठनों की एक बैठक करनाल में आयोजित होगी और कथित लाठीचार्ज के मद्देनजर भविष्य के कदम पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज का विरोध करने के लिए शनिवार शाम तक सड़क जाम करने का आह्वान था और आगे के कदमों के बारे में सोमवार को निर्णय लिया जाएगा।
चौटाला ने कहा- कार्रवाई होगी
SDM के वायरल वीडियो पर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा, 'एक आईएएस अधिकारी द्वारा किसानों के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल निंदनीय है। निश्चित तौर पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्पष्टीकरण में उन्होंने (करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा) कहा कि वह पिछले दो दिनों में सोए नहीं हैं। वह शायद यह नहीं जानते कि किसान भी साल में 200 दिन सोते नहीं हैं।'
ये बोला था SDM ने
शनिवार को करनाल में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हरियाणा कैडर के 2018 बैच के आईएएस अधिकारी सिन्हा कैमरे में कैद हुए और वो पुलिसकर्मियों से कहते हैं, 'उठा उठा के मारना पीछे सबको। हम इस घेरे को टूटने नहीं देंगे। हमारे पास पर्याप्त बल उपलब्ध है। हम पिछले दो दिनों से सोए नहीं हैं। लेकिन तुम यहां सोकर आए हो। मेरे पास एक भी बंदा निकल के नहीं आना चाहिए। अगर आए तो सिर फूटा हुआ होना चाहिए उसका। क्लियर है आपको।'
हालांकि, सिन्हा ने बाद में दावा किया कि जो वीडियो वायरल हो रहा है उसके साथ छेड़छाड़ की गई है, क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाठीचार्ज के बारे में केवल एक चुनिंदा हिस्से को ही वायरल किया गया।
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