झालावाड़ जिले के कालाकोट एव बिरीयाखेडी गांव की कजर बस्ती मे कोराना वैक्सीनेशन को लेकर विभिन्न भ्रांतियां एवं डर फैला हुवा है गांव मे प्रवेश करने वालों को टीका लगाने वाली मेडिकल टीम समझकर घर का सब काम छोडकर गाव से दूर दौड लगा देते है ओर देखते ही देखते पूरा गाव खाली हो जाता है। महिलाओं के कान पर जुं तक नही रेंगती बस एक ही बात कहती की वैक्सीन नही लगाएंगे चाहे जो कर लो।
टीकाकरण को लेकर भ्रांति
एक नहीं, दो नहीं बल्कि सभी महिलाओ की यही सोच या धारणा है कि वैक्सीन लगाने से मौत हो जाती है या नपुंसकता आ जाती है इन गांवों में अधिकतर महिलाएं ही दिन में रहती हैं पुरूष नहीं मिलते हैं यही नहीं खास तर्क भी देती हैं जिसको सुन कर हम भी चौंक गए। क्या है तर्क है हम खूब शराब मीट खाते है इसलिए कोरोना नही होगा जब हमारी टीम इन गांवो में पहुची तो वहां गांव में परिवारों सहित दौड़ लगा दी हम भी खुद इनके पीछे भगाते रहे चिल्लाते रहे कि हम वैक्सिशन टीका लगाने वाले नही हैं डरे नही आ जाओ लेकिन यहां हमारी सुनने वाला नही बड़ी मुश्किल से यहां के महिलाओ को यहां युवक से बात कर बुलाया तब जाकर यह महिलायें आईं और कहा वैक्सीन की बात मत करो कुछ भी कर लो वैक्सीन नही लगायेंगे चाहे खाने का राशन बन्द दो या कुछ भी कर लो हम वैक्सीन नहीं लगायेंगे।
बड़ी मुश्किल के बाद कंजर समाज के 2 लॉगो की मौत हो गई जिसका कारण वैक्सीन बता रहे हालांकि इन्होंने वेक्सीन लगाई या नही इंनको भी पता नही जब से यह खोफ सता रहा है हमारी टीम ने इनको लाख समझाया छोटे छोटे बच्चों को खतरा भी बताया इनको घरों से निकाला समझाया गया लेकिन असर नही हुआ। जहां देश के हर पार्टी के नेता अधिकारीगण , जनप्रतिनिधि वैक्सीनेशन अभियान को गति देने का प्रयास कर रहे है परन्तु वैक्सीनेशन से डर इन पर इतना हावी हो गया कि वो जीवन रक्षक वैक्सीन को लगवाने से डर रहे हैं।
झालावाड़ जिले के कई गांवों में खौफ
झालावाड़ जिले के ये गांव झालरापाटन तहसील के नायायणखेडा,कालाकोट ,बिरीयाखेडी समेत आधा दर्जन गांवों की कंजर बस्तियां हैं जहां कोविड 19 वैक्सीनेशन को लेकर विभिन्न गलत भ्रांतियां फैली हैं। इन बस्ती में टीकाकरण को लेकर आगनबाड़ा कार्यकताओं एवं सामाजिक सगठनो के कार्यकताओ द्वारा टीकाकरण को लेकर रोज समझाया जा रहा है। लेकिन इन लोगो को कोई असर नहीं हुआ है बस इनका एक ही तर्क है कि हम कंजर जाती के लोग है हमारी जाति के लोगो ने टीका लगाया तो वो मर गया वैसे भी हम मीट,मछली मुर्गा एव शराब पीते हैं इस कारण हमे कोई कोराना नही होगा ओर अभी तक कोराना से मौत भी नही हुई है इसलिए टीका नही लगायेगे इसी प्रकार सभी कजर बस्ती वाले ऐसा ही जवाब देते है। हालांकि जब इस मामले पर जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा ने कहा कि ऐसी जगह पर जाकर समझाया जाएगा लेकिन कैमरे में कैद अध्यक्ष कह रहे हैं इन्हें समझाने में अभी वक्त लगेगा।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।