नई दिल्ली : बांग्लादेश में महानवमी के मौके पर दुर्गा मंदिरों एवं इस्कॉन मंदिर पर हमले हुए हैं। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के भरोसे के बाद भी मंदिरों पर हमले नहीं रुके हैं। नोवाखाली में उपद्रवियों एवं चरमपंथियों के हमले में इस्कॉन मंदिर के तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। इस हमले पर इस्कान नेशनल कम्यूनिकेशन के निदेशक वीरेंद्र नंदन दास ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस हिंसा मामले में बांग्लादेश की पीएम से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में दास ने कहा, 'मंदिर पर जिन लोगों ने हमले किए वे न तो गुंडे थे और न ही आतंकवादी, बल्कि वे बांग्लादेश के बहुंसख्यक समुदाय से थे। हमलों में हमारे तीन श्रद्धालु मारे गए हैं। भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसे रोकने के लिए बांग्लादेश सरकार को कदम उठाना चाहिए।' मंदिर के पदाधिकारी ने कहा, 'इस्कॉन के सदस्य पार्थ दास की शुक्रवार को बर्बरता पूर्वक हत्या कर दी गई। करीब 200 से ज्यादा उपद्रवियों ने हमला किया था। उनका शव मंदिर के बगल में एक तालाब में मिला है।'
दुर्गा पूजा समारोहों के दौरान कुछ अज्ञात मुस्लिम उपद्रवियों ने हिंदुओं के कुछ मंदिरों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके चलते सरकार को 22 जिलों में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती करनी पड़ी है। मीडिया की खबरों में बृहस्पितवार को बताया गया कि संघर्ष में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि घटना के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने हिंसा के दोषियों को सजा दिलाने का वादा करते हुए कहा कि कमीला में मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों पर हमला करने में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
दुर्गां पंडालों पर हमले के बाद इस्कॉन मंदिर को निशाना बनाया गया है। बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया में कहा गया है कि चांदपुर, कोक्स बाजार, चिटगांव, गाजीपुर एवं अन्य जगहों पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। 'ढाका ट्रिब्यून' के मुताबिक शुक्रवार को दुर्गा पूजा के दौरान नोआखाली जिले के बेगमगंज में हुई हिंसा में जतन कुमार साहा की मौत हो गई जबकि 17 अन्य घायल हुए।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।