नई दिल्ली : कश्मीर पर पूरी तरह नाकाम होने के बाद पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है और वह अपने आतंकवादियों की मदद से भारत में बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में है। खुफिया एजेंसियों ने अपने इनपुट में कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, वायु सेना और सिविलियन एयरपोर्ट सहित 30 शहरों को निशाना बनाने साजिश रच रहा है। खुफिया इनपुट के देखते हुए वायु सेना के चार ठिकानों ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है और इन्हें किसी भी समय रेड अलर्ट पर रखा जा सकता है।
खुफिया एजेंसियों ने अपने इनपुट में जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य शमशेर वानी के पत्र का हवाला दिया है। वानी ने यह पत्र हिंदी में लिखा है। इस खुफिया इनपुट के मुताबकि वानी ने अपने पत्र में कहा है, 'अनुच्छेद 370 समाप्त कर दिया गया है और इसका बदला लिया जाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को निशाना बनाना है।' जैश के रडार पर जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, जयपुर, गांधीनगर, कानपुर लखनऊ शहर और जम्मू, श्रीनगर, अमृतसर और आगरा स्थित एयरपोर्ट आतंकियों के रडार पर हैं।
इनपुट में कहा गया है कि जैश ने अपनी आतंकी साजिशों को अंजाम देने के लिए अपना एक विशेष दस्ता तैयार किया है। खुफिया एजेंसियों ने अपने पहले की रिपोर्टों में आतंकियों के घुसपैठ की आशंका जता चुकी हैं। पहले की रिपोर्टों में बताया जा चुका है कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के आस-पास अलग-अलग लॉन्च पैड्स पर करीब 500 आतंकवादी भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों की मुस्तैदी की वजह से वह अपनी नापाक कोशिशों में कामयाब नहीं हो पाए हैं। आतंकियों के आकाओं को कश्मीर में अपने आतंकियों से संपर्क टूट गया है और वे उन्हें मदद नहीं पहुंचा पा रहे हैं।
पाकिस्तानी सेना आतंकियों को हथियार पहुंचाने के लिए ड्रोन की मदद ले रही है। पंजाब के तरन तारन इलाके में हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। पंजाब पुलिस का कहना है कि पाकिस्तानी फौज और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकियों तक हथियार पहुंचाने के लिए ड्रोन के जरिए भारतीय क्षेत्र में हथियार गिरा रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है और उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से शीघ्र इस घटना की जांच कराने की मांग की है। कुछ दिनों पहले पठानकोट से जम्मू जा रहे एक ट्रक से एक-47 बरामद हुआ है।
दरअसल, पांच अगस्त के भारत सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान कश्मीर मसले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की लगातार कोशिश कर रहा है लेकिन अब तक उसकी की सभी कोशिशें नाकाम हुई हैं। कश्मीर मसले पर कोई भी देश उसका समर्थन नहीं कर रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस समय संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए न्यूयॉर्क में मौजूद हैं लेकिन भारत की कूटनीति के आगे पाकिस्तान वहां अलग-थलग पड़ गया है। कोई देश कश्मीर पर उसके साथ नहीं आया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह बिल्कुल अकेला हो गया है।
पाकिस्तान को उम्मीद थी कि पांच अगस्त के बाद उसे कश्मीरी लोगों का समर्थन मिलेगा और वह अपने भाड़े के आतंकवादियों की मदद से घाटी में हिंसा एवं आतंकवाद की घटनाओं को अंजाम दे सकेगा लेकिन उसकी सारे प्रयास धरे के धरे रह गए हैं। कश्मीर उसके हाथ से फिसलता नजर आ रहा है। इसे देखते हुए अब वह भारत में बड़ी आतंकवादी घटनाएं करना चाहता है ताकि दुनिया का ध्यान वह कश्मीर की तरफ आकर्षित कर सके।
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