हैदराबाद में सर तन से जुदा Vs जय श्रीराम क्यों, निजाम के शहर में संविधान का राज या शरिया?

पैगंबर मोहम्मद साहब के अपमान पर जो विवाद कुछ दिन पहले पूरे देश में खड़ा हुआ था एक बार फिर वही विवाद हैदराबाद में उठ खड़ा हुआ है। बीजेपी के सस्पेंड विधायक राजा सिंह के बयान को लेकर ये विवाद शुरू हुआ। अब यह सर तन से जुदा के नारे पर आ गया है।

Why Sir Tan Se Juda Vs Jai Shri Ram in Hyderabad, the rule of the Constitution or Sharia in the Nizam's city?
पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद हैदराबाद में बवाल 

आज राष्ट्रवाद में हम पूछना चाहते हैं कि क्या देश में कोर्ट कचहरी कानून कायदे कुछ भी नहीं हैं या किसी एक की हरकत की वजह से पूरे देश को लड़ा दिया जाएगा। देश का माहौल बिगाड़ दिया जाएगा। दंगे करवा दिए जाएंगे। शहर- शहर आग लगवा दी जाएगी क्योंकि निजाम के शहर हैदराबाद में ऐसा ही हो रहा है। पैगंबर साहब के अपमान पर जो विवाद कुछ दिन पहले पूरे देश में खड़ा हुआ था एक बार फिर इस पर विवाद बढ़ने लगा है। फिर से दो समुदायों में तनाव फैलाया जा रहा है। फिर से कुछ लोगों को सियासी चूल्हा चलाने का मौका मिला है। इस बार बीजेपी के सस्पेंड विधायक राजा सिंह के बयान को लेकर ये विवाद शुरू हुआ। गिरफ्तारी के बाद विवादित बयान पर राजा सिंह को कल कोर्ट ने जमानत दे दी लेकिन मुसलमानों के रहनुमा और तथाकथित ठेकेदार को ये नागवार गुजरा है। कोर्ट का फैसला नामंजूर है।

यही वजह है कि कल जैसे ही राजा सिंह को जमानत मिली उसके बाद हैदराबाद में आगजनी की गई। सारी रात हैदराबाद में जगह-जगह हंगामा और नफरती नारों का सिलसिला चलता रहा। जो अब भी जारी है। AIMIM ने कई शहरों में सर तन से जुदा के नारे लगाए। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के पार्षद सैयद सुहेल कादरी ने लोगों से सर तन से जुदा और कानून से मिले फांसी की सजा के नारे लगवाए।

असदुद्दीन ओवैसी कल बीजेपी पर बरस रहे थे आज भी बरसे। बीजेपी पर दंगा करने का आरोप लगाया। ओवैसी राजा सिंह के वीडियो को माहौल खराब करने के लिए जिन्मेदार ठहरा रहे हैं। राजा सिंह को कोर्ट ने जमानत दी है। क्या ओवैसी का देश की अदालत पर भरोसा नहीं है। इतना ही नहीं ओवैसी की पार्टी ने राजा सिंह की सदस्यता रद्द करने के लिए स्पीकर को भी लेटर लिखा है लेकिन ओवैसी भाईजान- सर तन से जुदा के नफरती नारे लगाने वाले अपने नेताओं पर कब कार्रवाई करेंगे? ओवैसी के पार्षद सरेआम सर तन से जुदा के नारे लगा रहे हैं। जनता को भड़काने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। क्या ओवैसी ऐसे भड़ाकऊ नारे लगाने वाले अपने नेताओं की निंदा करेंगे।

राजा सिह को जमानत मिलने के बाद एक तरफ उनके समर्थन में भी नारेबाजी की गई। जय श्री राम के नारे लगाए गए। दूसरी तरफ विरोध में सर तन से जुदा के नारे लगाए जा रहे हैं इस बीच राजा सिंह के वकील को लगातार धमकी मिल रही है जान से मारने की धमकी दी जा रही है। आखिर ऐसी धमकी देने वाले लोग कौन है क्या ओवैसी ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की बात करेंगे। राजा सिंह तो बहाना है देश में नफरती आग लगाना है। असदुद्दीन औवैसी की पार्टी ही नहीं कांग्रेस के नेता भी जहर उगल रहे हैं। कांग्रेस नेता राशिद खान तो हैदराबाद को आग के अंगारों में झोंकने की बात कर रहे हैं।

राजा सिंह पर तेलंगाना की पुलिस ने कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया गिरफ्तारी भी हो गई लेकिन सर तन से जुदा के नारे लगाने वालों पर कब कार्रवाई होगी राशिद खान जैसे जहरीली जुबान वालों पर क्यों कार्रवाई नहीं हो रही है। तेलंगाना के डीसीपी साफ साफ कह रहे हैं कि सर तन से जुदा मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन था। क्यों भई - राजा सिंह का वीडियो गलत है ...तो फिर सर तन से जुदा के नारे कैसे सही ? सर तन से जुदा के नारे तेलंगाना पुलिस की नजर में नफरती नहीं है क्या ? 

ऐसे में आज के सवाल हैं 
हैदराबाद में सर तन से जुदा Vs जय श्रीराम क्यों ? 
कोर्ट से जमानत तो 'मुस्लिम ठेकेदारों' को दिक्कत ? 
निजाम के शहर में संविधान का राज या शरिया ?
नफरती नारे लगाने वाले AIMIM नेताओं पर चुप क्यों ओवैसी ? 

 

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