इन दिनों मार्केट में कई हेयर कलर प्रोडक्ट देखने को मिल जाएंगे। लड़कियों के अलावा लड़के भी हेयर कलर करवाना पसंद करते हैं। वहीं अक्सर ऐसा सुनने को मिला है कि अमोनियायुक्त इन रंगों को लगाने के कई साइड इफेक्ट्स होते हैं। यही वजह है कि डॉक्टर लोगों को नैचुरल कलर इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक अमोनियायुक्त कलर लगाने से सिर्फ बालों को ही नहीं बल्कि आपके स्किन को भी एलर्जी हो सकती है। ऐसा कहा जाता है कि अस्थमा पीड़ित लोगों को हेयर कलर करने से बचना चाहिए।
1. हेयर कलर में अमोनिया का क्या रोल है?
अमोनिया एक कैमिकल के तौर पर काम करता है जो हेयर कलर में क्षरीयता और पीएच को बढ़ाता है। एक बार अमोनियायुक्त कलर को बालों में लगाएंगे तो वह पूरी तरह से रंग बालों पर चढ़ जाता है। इसके अलावा यह पर्मानेंट हेयर कलर होता है जो काफी समय तक बालों में रहता है।
2. अमोनियायुक्त हेयर कलर से होने वाले साइड इफेक्ट्स
अमोनिया फ्री हेयर कलर है बेहतर ऑप्शन?
हेयर कलर में अमोनिया होना लाजिमी है। बता दें कि हेयर कलर की तुलना में डाई में इसकी मात्रा अधिक होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक डाई या कलरिंग से पहले एलर्जी टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। लोगों को अमोनियायुक्त हेयर कलर या डाई से बचना चाहिए। इसकी जगह प्रोटीनयुक्त प्रोडक्ट को इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आप एलर्जी से भी बच सकेंगे। लेकिन मार्केट में ऐसे में प्रोडक्ट कम ही देखने को मिलते हैं।