Baby Care: छोटे बच्चे की देखभाल करना बहुत मुश्किल होता है। उन्हें नहलाने से लेकर दूध पिलाने और खाना खिलाने तक का बहुत ख्याल रखना पड़ता है। अक्सर देखा जाता है कि महिलाएं अपने बच्चों को नहलाने से डरती हैं। दरअसल, उन्हें डर होता है कि कहीं नहलाते वक्त साबुन बच्चे की आंखों में न चला जाए, साथ ही उन्हें डर होता है कि कहीं नहलाने से बच्चे की तबीयत न खराब हो जाए। आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं बच्चों को नहलाने के सही तरीके के बारे में , जिससे बच्चे को कोई परेशानी नहीं होगी, साथ ही उसकी तबीयत भी ठीक रहेगी।
सही चीजों का करें इस्तेमाल
बच्चों को नहलाने के लिए एक बाथटब, बाथसीट या बाथ क्रेडल लें। इनमें नहलाने से बच्चे की कमर को सहारा मिलता है और वो अच्छे से नहा पाते हैं। इसंके अलावा एक तौलिया, पानी डालने के लिए मग और बेबी मैट लें। इन चीजों को खरीदते वक्त ध्यान रखें कि ये सब अच्छी क्वालिटी के ही होने चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
बच्चों को नहलाते वक्त ध्यान रखें कि बच्चे को बाथटब में कभी भी अकेला न छोड़े। दरअसल, बच्चा बहुत कम पानी में भी डूब सकता है, इसलिए बाथटब में बच्चे को अकेला न छोड़ें, साथ ही बाथटब में कभी भी ज्यादा पानी न भरें। इसके बाद बच्चे को नहलाने के बाद तुरंत तौलिए से पोंछकर कपड़े पहना दें।
पानी का तापमान हो सही
बच्चे को नहलाते वक्त पानी के तापमान को भी सही बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। पानी न ज्यादा गर्म होना चाहिए, न ज्यादा ठंडा। बच्चे को हमेशा गुनगुने पानी में ही नहलाना चाहिए। इसके लिए पहले पानी में हाथ डालकर देखें कि पानी का तापमान ठीक हो।
नहलाने का सही तरीका
अगर आप बच्चे को बाथटब में नहला रही हैं, तो ध्यान रखें कि बच्चे को एक हाथ से पकड़े रखें। इसके बाद पानी को बच्चे के शरीर पर डालते वक्त अपनी हथेली को बीच में रखें, इससे पानी सीधे तौर पर बच्चे के शरीर पर नहीं गिरेगा। ये नहलाने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता है।)