पूरे भारत में चमेली की बेल आमतौर पर घरों और बगीचों में लगाई जाती है। चमेली के फूल सफेद रंग के होते हैं। लेकिन किसी-किसी स्थान पर पीले रंग के फूलों वाली चमेली की बेलें भी पायी जाती हैं। चमेली के फूल, पत्ते तथा जड़ तीनों ही औषधीय कार्यों में इस्तेमाल किए जाते हैं। इसके फूलों से तेल और इत्र (परफ्यूम) का निर्माण भी किया जाता है।
चमेली के पौधे और फूल के अर्थ स्थान और संस्कृति के अनुसार अलग-अलग मान्यताएं रखते हैं। चमेली डिप्रेशन की गुणकारी औषधि है। इसकी सुगन्ध दिमाग को शक्तिशाली बनाती है
चमेली या जैस्मिन सफेद रंग का खुशबूदार फूल है जो कुछ ही पलों में अपनी खुशबू से मन को खुश कर देता है। इसका प्रयोग कई तरह के परफ्यूम में किया जाता है।
हालांकि यह अपनी खुशबू के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह फूल सिर्फ खूशबू तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि खूबसूरती बढ़ाने में भी आप चमेली के फूलों का उपयोग कई तरीके से किया जा सकता है। इतना ही नहीं, चमेली में कई तरह के औषधिय गुण भी होते हैं। चमेली का ये फूल सबसे ज्यादा सुगंधित होता है