Corona जैसी महामारी को हराना है तो याद रखें चाणक्य के ये बातें, संक्रमण को रोकने में करेंगे मदद

Coronavirus outbreak: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन का ऐलान किया जा चुका है। इस महामारी से अब तक दुनियाभर में 20,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

Coronavirus
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मुख्य बातें
  • देश और दुनिया में कोरोना वायरस के प्रकोप देखने को मिल रहा हैं।
  • इस महामारी से अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है।
  • कोरोना जैसी महामारी को फैलने से कैसे रोका जाए इसपर भी बात की है।

दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। इस महामारी से अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है। वहीं कई ऐसे लोग हैं, जो इस वायरस के संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे मुश्किल हालात में लोगों को समझदारी के साथ चलना होगा, इसकी मदद से ही हम इसे फैलने से रोक सकेंगे। बता दें कि आचार्य चाणक्य के मुताबिक संकट और विपदा में ही मनुष्य की सही पहचान होती है। वहीं महामारी को फैलने से रोकने के लिए सूझबूझ और धैर्य दोनों की जरूरत होती है।  

आचार्य चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री के रूप मे गुरू थे। लेकिन उनके बुद्धि और सूझबूझ की गाथा दुनियाभर में लोकप्रिय है। आचार्य चाणक्य एक कुशल राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री कहे जाते थे। उन्होंने समाज और मनुष्य को प्रभावित करने वाले सभी तत्वों के बारे में अपनी चाणक्य नीति में चर्चा की है। इसमें उन्होंने महामारी को फैलने से कैसे रोका जाए इसपर भी बात की है। 

पब्लिक गैदरिंग न करें- कोरोना वायरस एक महामारी है, ऐसे में इसके संक्रमण एक लोग से दूसरे लोग में आसानी से फैल रहा है। इसे रोकने के लिए सबसे जरूरी है पब्लिक गैदरिंग से बचें। इस मुश्किल हालात से निकलने के लिए 'सोशल डिस्टेंस' ही लोगों के लिए मात्र उपाय है। आचार्य चाणक्य के मुताबिक एक दूसरे से संपर्क से महामारी का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इसके प्रकोप को रोकने के लिए बेहद जरूरी है कुछ वक्त के लिए जनसंपर्क को टालना।

अफवाहों को करें नजरअंदाज- कोरोना वायरस को लेकर कई अलग-अलग अफवाहें सामने आ रही हैं। इन अफवाहों की वजह से लोगों के मन में नेगेटिव विचार और डर देखने को मिल रहा है। ऐसे में इन अफवाहों को फैलाने के अलावा लोगों को इन बातों को नजरअंदाज भी करना चाहिए। इन अफवाहों की वजह से लोग पैनिक हो सकते हैं और इससे माहौल खराब भी हो सकता है। 

जागरुक रहें- कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए बेहद जरूरी है कि लोग जागरुक रहें। ऐसी स्थिति में आप कोरोना वायरस को लेकर जागरुक रहें और लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आप बीमारी को लेकर जागरुक और सर्तक रहेंगे तो खुद के साथ दूसरों में भी इसे फैलने से रोक सकेंगे। आचार्य चाणक्य की नीति के अनुसार महामारी में  जागरुक और सर्तक रहना बेहद जरूरी है।

नियमों का करें पालन- आचार्य चाणक्य की नीति के अनुसार महामारी के दौरान जारी किए निर्देशों का पालन जरूर करें। इससे आप महामारी को फैलने से रोक सकेंगे। ऐसे में कोरोना वायरस से बचने के लिए डॉक्टर्स द्वारा जो भी सुझाव दिए गए हैं उसका पालन ईमानदारी के साथ करें।

साफ-सफाई को न करें नजरअंदाज- महामारी में लोगों के लिए बेहद जरूरी है कि वह खुद के साथ-साथ आसपास भी साफ सफाई रखें। ऐसे हालात में स्वच्छता पर लोगों का अधिक ध्यान होना चाहिए। क्योंकि कई बार गंदगी होने की वजह से संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाता है।

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