नई दिल्ली: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की जयंती 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। देश के आजादी के योगदान के लिए हम सब उन्हें आज भी नमन करते हैं। उन्होंने हमारे जीवन को संवारे में अपना विशेष योगदान दिया है। आज हम सभी उन्हें बापू के नाम से जानते हैं। देश की आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को सभी जानते हैं। महात्मा गांधी ने आजादी की लड़ाई को जिस विचारधारा से लड़ा था, आज हम उन्हीं की 151वीं जयंती पर ऐसे 10 अनमोल विचार आपसे शेयर करेंगे, जो आपको कर्मपथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
महात्मा गांधी के अनमोल विचार-
हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें. हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा।
अपने आपको पाने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि अपने आपको दूसरो की सेवा में खो दो।
मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।
पाप से घर्णा करो, पापी से प्रेम करो।
हर रात जब मैं सोने जाता हूं , तब मर जाता हू और अगली सुबह जब मैं उठता हूं, मेरा पुनर्जन्म होता है।
आप मेरे शरीर को नष्ट कर सकते है, मुझे जंजीरों में जकड सकते हैं लेकिन मेरे विचारो को कैद नहीं कर सकते।
अक्लमंद इंसान काम करने से पहले सोचता है और मुर्ख इंसान काम करने के बाद।
सत्य एक है, मार्ग अनेक है।
पुस्तको का मूल्य रत्नों से भी कही अधिक होता है, क्योकि पुस्तकें भविष्य को उज्ज्वल करती है।
कुछ लोग सफलता के सिर्फ सपने देखते हैं जबकि कुछ लोग मेहनत करते हैं और सफलता को हासिल करते हैं।
ये महात्मा गांधी के कुछ ऐसे अनमोल विचार हैं, जिन्हें आप अपनी जिंदगी में शामिल कर के सफलता तक पहुंच सकते हैं। यदि आपको ये अच्छे लगे हों इन्हें लोगों से शेयर करना न भूलें।