Happy Teacher's Day 2022 Hindi Wishes Images, Quotes, Status, Messages:पांच सितंबर को हर साल देश में टीचर्स डे मनाया जाता है। यह दिन शिक्षकों के लिए और उनके छात्रों दोनों के लिए ही खास होता है। स्कूलों व कॉलेजों इस बाबत कई प्रोग्राम्स आयोजित किए जाते हैं और कई तरह के इवेंट्स भी आयोजित होते हैं। हर किसी की ख्वाहिश होती है कि वो अलग अंदाज में टीचर्स डे को सेलिब्रेट करें, इसके लिए लोग काफी प्लानिंग भी करते हैं।
इसके अलावा सबसे पहले मैसेज भेजकर टीचर्स डे की शुभकामनाएं भी देते हैं। तो अगर आप भी मैसेज, कोट्स, शायरी, स्टेट्स, वॉलपेपर, फोटोज ढूंढ रहे हैं, तो आपका इंतजार खत्म हुआ। हम आपके लिए एक से एक मजेदार चीजें लेकर आए, जिन्हें भेजकर आप सबसे पहले और सबले अलग अंदाज में टीचर्स डे की शुभकामनाएं दे सकते हैं।
अक्षर-अक्षर हमें सिखाते शब्द-शब्द का अर्थ बताते, कभी प्यार से कभी डांट से, जीवन जीना हमें सिखाते।
हमें शिक्षित करने के लिए कड़ी मेहनत और प्रयत्न के लिए हम आपके सदा आभारी रहेंगे।
मां-बाप की मूरत है गुरु, इस कलयुग में भगवान की सूरत है गुरु।
गुरु तेरे उपकार का, कैसे चुकाऊं मैं मोल, लाख कीमती धन भला, गुरु हैं मेरे अनमोल।
गुरु बिना ज्ञान कहां, उसके ज्ञान का न अंत यहां, गुरु ने दी शिक्षा जहां, उठी शिष्टाचार की मूरत वहां।
मैं जीने के लिए अपने पिता का ऋणी हूं, पर अच्छे से जीने के लिए अपने गुरु का।
जन्म देने वालों से अच्छी शिक्षा देने वालों को अधिक सम्मान दिया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने तो बस जन्म दिया है, पर उन्होंने जीना सीखाया है।
रोशनी बनकर आए जो हमारी जिंदगी में,
ऐसे गुरूओं को में प्रणाम करता हूँ,
जमीन से आसमान तक पहुँचाने का रखते है जो हुनर,
ऐसे टीचर्स को मैं दिल से सलाम करता हूँ।
तुमने सिखाया ऊंगली पकड़ कर चलना ,
तुमने सिखाया कैसे गिरने के बाद संभालना ,
तुम्हारी वजह से आज हम पहुंचे हैं इस मुकाम पे।
मां-बाप और उस्ताद सब हैं खुदा की रहमत
है रोक-टोक उन की हक में तुम्हारे नेमत
जो बनाए हमें इंसान
और दे सही-गलत की पहचान
देश के उन निर्माताओं को
हम करते हैं शत-शत प्रणाम!
दिया ज्ञान का भण्डार हमें
किया भविष्य के लिए तैयार हमें
हैं आभारी उन गुरुओं के हम
जो किया कृतज्ञ अपार हमें।
जो बनाए हमें इंसान
और दे सही-गलत की पहचान
देश के उन निर्माताओं को
हम करते हैं शत-शत प्रणाम!
माता देती है जीवन पिता देते हैं सुरक्षा
पर शिक्षक सिखाता है जीना; जीवन एक सच्चा
कितनी मेहनत से पढ़ाते हैं हमारे उस्ताद
हम को हर इल्म सिखाते हैं हमारे उस्ताद
तोड़ देते हैं जहालत के अंधेरों का तिलिस्म
इल्म की शमआ जलाते हैं हमारे उस्ताद
बिना गुरू नहीं होता जीवन साकार,
सर पर होता जब गुरू का हाथ,
तभी बनता जीवन का सही आकार,
गुरू ही है सफल जीवन का आधार।
अदब तालीम का जौहर है जेवर है जवानी का
वही शागिर्द हैं जो खिदमत-ए-उस्ताद करते हैं
जिसे देता है हर व्यक्ति सम्मान,
जो करता है वीरों का निर्माण।
जो बनाता है इंसान को इंसान,
ऐसे गुरु को हम करते हैं प्रणाम।
गुरू बिना ज्ञान कहां,
उसके ज्ञान का आदि न अंत यहां।
गुरू ने दी शिक्षा जहां,
उठी शिष्टाचार की मूरत वहां।
शांति का पढ़ाया पाठ,
अज्ञान का मिटाया अंधकार,
गुरू ने सिखाया हमें,
नफरत पर विजय है प्यार।
माता-पिता की मूरत है गुरू,
इस कलयुग में भगवान की सूरत है गुरू।
भगवान ने दी जिंदगी,
माँ-बाप ने दिया प्यार,
पर सीखने और पढ़ाई के लिए ए गुरु हम है तेरे शुक्रगुजार।
जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है।
कुछ इसी तरह से हर गुरु,
अपना फर्ज निभाता है।
अज्ञान को मिटा कर,
ज्ञान का दीपक जलाया है।
गुरु कृपा से मैंने,
ये अनमोल शिक्षा पाया है।
सत्य का पाठ जो पढ़ाये,
वही सच्चा गुरू कहलाये,
जो ज्ञान से जीवन को आसान बनाये,
वही सच्चा गुरू कहलाये।