खाने में स्वादिष्ट और सेहत के लिए बेहद असरदार शहद का अक्सर हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। सर्दी के मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी जैसी मौसमी बीमारियों से बचने के लिए यह रामबाण सिद्ध होता है। जी हां, शहद ना केवल मौसमी बीमारियों से ही निजात दिलाता है बल्कि यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट भी है। वेट कम करने के लिए और स्टैमिना को बढ़ाने के लिए भी लोग शहद का प्रयोग करते हैं। वहीं कुछ आयुर्वेदिक दवाइयों में भी शहद का प्रयोग किया जाता है। लेकिन यदि शहद मिलावटी हो यानी नकली हो तो यह शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक साबित होता है। तो आइए जानते हैं शहद को चेक करने के घरेलू उपाय जिससे आप पता लगा सकते हैं कि आपके द्वारा खरीदा गया शहद असली है नकली।
बदलते समय के साथ बाजार में खाने पीने की चीजों में मिलावट अब आम बात हो गई है। लेकिन मिलावटी चीजों का सेवन आपके शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। इसके लिए जरूरी है कि आपको खाने पीने के सही सामान को पहचानने का तरीका मालूम होना चाहिए और ऐसे में जब बात अमृत समान शहद की हो तो यह और भी जरूरी हो जाता है। क्योंकि शहद का सेवन ना केवल बड़े ही करते हैं बल्कि बच्चों को भी अक्सर यह खिलाया जाता है, ताकि बच्चों को इम्यून सिस्टम के साथ बीमारियों से भी बचाया जा सके। ऐसे में इसकी शुद्धता अधिक आवश्यक हो जाती है।
कैसे पता करें कि शहद असली है या नकली
सिरका
अक्सर आपके घर में सिरका उपलब्ध होता है। यह शहद की शुद्धता पता करने का असरदार तरीका है। इसके लिए आप एक कांच के गिलास में 2 से 3 बूंद सिरका डालकर पानी में मिला लें और फिर उसमें एक चम्मच शहद डालें। यदि दो से तीन मिनट बाद पानी में से झाग उठता है तो आपका शहद मिलावटी है।
सादे पानी से करें शुद्धता की पहचान
शुद्ध शहद की पहचान करने के लिए पानी एक कारगार उपाय है। इसके लिए एक कांच के गिलास में पानी लें और उसमें एक चम्मच शहद डालें। अगर शहद गिलास के नीचे जाकर जम जाता है यानी बैठ जाता है तो यह शुद्ध है और अगर यह पानी में घुल जाता है तो यह नकली है। ऐसा करने से आप तुरंत पता कर सकते हैं कि आपका शहद नकली है या असली। शहद का पानी में घुल जाने से आप जान सकते हैं कि आपके शहद में चीनी मिक्स है।
आग के जरिए कर सकते हैं इसकी पहचान
आप आग के जरिए शहद की शुद्धता का पहचान कर सकते हैं। शुद्ध शहद तुरंत आग पकड़ लेता है। इसके लिए पहले आप एक मोमबत्ती जला लें और एक तिल्ली लेकर उसमें कॉटन लगाकर उसे शहद में एक बार डुबाएं। अब इस कॉटन को मोमबत्ती से जलाने का प्रयास करें। यदि कॉटन तुरंत आग पकड़ लेता है तो आपका शहद शुद्ध है और अगर यह आग नहीं पकड़ता है तो शहद में पानी की मिलावट है।
शहद को मोती के समान माना जाता है
आपको बता दें शहद की तुलना मोती से की जाती है। इसलिए कभी आप शहद खरीदने के लिए बाजार जाते है तो शहद के डिब्बे को खोलकर उसमें से एक से दो बूंद नीचे फर्श पर गिराकर शहद की शुद्धता को चेक कर सकते हैं। ऐसा करने पर यदि शहद की बूंद मोती की तरह फर्स पर पड़ी रहती है तो यह शुद्ध है और यदि यह पानी के समान बह जाता है तो यह मिलावटी शहद है।
चीन का बना हुआ शहद लेने से बचें
सेंटर ऑफ साइंस एंड कॉमर्स (CSE) की रिपोर्ट ने कई कंपनियों को मिलावटी शहद को लेकर कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन पर पर चीन का बना हुआ शहद बेचने का आरोप है। सीएसई के एक रिपोर्ट के अनुसार शहद के कई मशहूर ब्रांड एनएमआर रिपोर्ट में फेल हो गए थे जिसके बाद उन्हें भी इसकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है।