नई दिल्ली: भारत में पर्व-त्यौहार के दौरान काफी पकवान बनते हैं जिसमें विभिन्न प्रकार के भोजन और मिठाइयां होती हैं। दरअसल दिवाली हो या होली इस दौरान नमकीन और मीठे पकवानों की भरमार होती है। दिवाली पांच पर्वों की पुनीत परंपरा है इसलिए इस दौरान मिठाईयों की खूब खपत होती है। ज्यादातर लोग गिफ्ट के तौर पर मिठाई देते हैं। इस दौरान मिठाईयां भी लोग जमकर खाते हैं इसलिए जरूरी है कि इस दौरान पर्व खत्म होने के बाद शरीर की बेहतरी के लिए डिटॉक्स किया जाए। त्योहारी सीजन के बाद आप कैसे जल्दी से डिटॉक्स कर सकते हैं, यह जानने के लिए पढ़ें।
1) सात्विक आहार
आपके लिए यह जरूरी है कि पर्व-त्यौहार के बाद आपका खानपान बहुत हल्का हो। क्योंकि पिछले दिनों आपने भारी और मीठा भोजन किया है। मिठाई और सेवई खाने के बाद, पेट को जरूरी ब्रेक देने की आवश्यकता होती है। डिटॉक्स करने का सबसे अच्छा तरीका यह होगा कि आप अपने शरीर को अंदर से साफ करें। आप प्याज और लहसुन के बिना व्यंजनों का विकल्प चुन सकते हैं और कुजछ मांस खाने से बच सकते हैं। साधारण दाल और चावल या दाल और रोटी और एक साधारण सब्ज़ी के साथ पंच फ़ोरन, एक मसाला मिश्रण का सेवन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। आपको कुछ दिनों के लिए अपना आहार हल्का रखना है और गरिष्ठ भोजन से बचना है।
2) फल और सलाद
अगर आपको लगता है कि आप त्योहारी सीजन के दौरान जमकर खाया है , तो आप फल और सलाद आहार ले सकते हैं। उपवास में कोई बुराई नहीं है। लेकिन इस दौरान आप फलाहार और जूस लें, सलाद का सेवन भी सहीं रहेगा। वास्तव में, व्यावहारिक रूप से उपवास शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करता है। अपने भोजन के स्थान पर फल, सलाद और फलों का रस लें। आप महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के साथ अपने शरीर को डिटॉक्स करने में सक्षम होंगे।
3) हर्बल या ग्रीन टी लें
अपने नियमित चाय या कॉफी को छोड़ दें और इसके बजाय हर्बल या ग्रीन टी का आनंद लें। आपके पाचन तंत्र को इससे आराम मिलेगा। इसलिए, नियमित पेय पदार्थों से बचें। उसकी जगह ग्रीन टी या काढ़ा का सेवन सहीं रहेगा।
4) योग आसन और प्राणायाम का अभ्यास करें
थकान, पीठ या गर्दन के दर्द से राहत पाने के लिए सरल योग आसनों का अभ्यास करें। प्राणायाम और योग के आसनों को करना आपके लिए सही रहेगा।
5) अच्छी नींद लें
कृपया सुनिश्चित करें कि आपको अच्छी नींद आती है क्योंकि यह डिटॉक्स करने का सबसे सरल तरीका है। लगभग आठ घंटे तक सोने के बाद आप अपने शरीर को इसके तनाव और परेशानी से राहत दिला पाएंगे।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।)