Parenting Tips: बच्चे अपनी मर्जी के मालिक होते हैं। उनका जो मन करता है, वो वही करते हैं। ऐसे में कई बार बच्चे बड़े शरारती होते हैं, जिनको संभालना सिरदर्द से कम नहीं होता है। कई बार बच्चा चिल्लाने के साथ-साथ, रोता और शोर भी मचाता है। ऐसे में बच्चे को डांटना भी पड़ जाता है, लेकिन इससे बच्चे के दिमाग पर गलत असर पड़ सकता है, वो आपसे डरकर दूर-दूर रहने लग सकता है। हालांकि, अगर आप कुछ तरीकों को अपनाएं, तो आपकी ये परेशानी दूर हो सकती है और साथ ही आप अपने बच्चों को संभालने के साथ-साथ उनका शरारतीपन भी ठीक कर सकती हैं। तो चलिए जानते हैं इन टिप्स के बारे में-
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हर डिमांड को पूरी न करें
बच्चे के लाड़-प्यार में ज्यादातर माता-पिता बच्चे की हर ख्वाहिश को पूरा कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं होता है। ऐसा करने से बच्चों के बिगड़ने की संभावना ज्यादा रहती है। इसके लिए बच्चे की डिमांड को पूरा करने के लिए कुछ लिमिट तैयार करें और बच्चों को बताएं कि उनके लिए जो सबसे ज्यादा जरूरी है, सिर्फ वही डिमांड पूरी होगी।
बच्चों के लिए बनाएं नियम
बच्चों को अच्छी परवरिश देने के लिए उनके लिए कुछ नियम बनाएं, ताकि उन नियमों के अनुसार वो खुद को ढाल लें और नियमों का पालन करें। नियमों का पालन करने वाले लोग अक्सर सफल होते हैं और दुनिया में अलग पहचान बनाते हैं। इसलिए बच्चों के लिए खास नियम बनाएं।
थोड़ी आजादी भी है जरूरी
बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें कुछ छूट देना भी जरूरी होता है। यदि बच्चे को डांट-डपटकर रखा जाए, तो वो संकोची बन सकता है और आपसे डरकर हर बात को आपसे छिपा सकता है। यदि ऐसा होगा, तो वो अपनी परेशानी भी आपको नहीं बताएगा, जो आगे चलकर आपके बच्चे के विकास और व्यवहार में बाधा बन सकती है। इसलिए बच्चे को थोड़ा स्पेट देना और फ्री छोड़ना भी जरूरी है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता है।)