जब बात देश दुनिया में ठंडे देशों, बर्फबारी या फ्रॉस्टबाइट के बारे में हो, तो शायद ही आपके मन में भारत का नाम आए। लेकिन आपको बता दें देश दुनिया में अपनी ऐतिहासिक इमारतों और संस्कृति का परचम लहराने वाला भारत बर्फबारी और फ्रॉस्टबाइट का भी अड्डा है। जी हां एक तरफ जहां सियाचिन ग्लेशियर अपने -50 डिग्री सेल्सियस से पानी को भी ठोस बर्फ के रूप में तबदील कर देता है, वहीं दूसरी ओर द्रास का भी तापमान सर्दियों के दौरान -23 डिग्री से नीचे चला जाता है। ऐसे में आज हम आपको भारत के ऐसे इलाकों से वाकिफ कराएंगे जो अपने भारी बर्फबारी और ठंड से पूरे देश दुनिया में मशहूर हैं।
सियाचिन ग्लेशियर: 5753 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर भारत ही नहीं बल्कि पूरे देश दुनिया में सबसे ठंडी जगहों में शुमार है। सियाचिन ग्लेशियर देश दुनिया में सबसे भारी बर्फबारी के लिए भी जाना जाता है। जहां सर्दी के मौसम में औसतन 1000 सेमी से अधिक बर्फबारी होती है। दिसंबर, जनवरी के मौसम में यहां का तापमान -50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। वहीं गर्मी के दौरान यहां का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। यहां पर मानव जीवन कठिन है।
द्रास, करगिल: समुद्र तल से लगभग 3 हजार 240 मीटर की ऊंचाई पर स्थित द्रास करगिल से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह भारत का सबसे ठंडा पर्यटन स्थल है औऱ देश दुनिया की दूसरी सबसे ठंडी जगह है। आपको बता दें ठंड के मामले में साइबेरिया के बाद करगिल के द्रास का नंबर आता है और सर्दियों के दौरान यहां का औसतन तापमान -35 डिग्री के आसपास पहुंच जाता है। साल 1995 में यहां पर ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिया था, इस दौरान यहां का तापमान -60 डिग्री पहुंच गया था। आपको बता दें द्रास को गेटवे टू ऑफ लद्दाख के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में यदि आप भारी बर्फबारी और बर्फ से ढ़की पहाड़ियों के मनोरम दृश्य का नजारा देखना चाहते हैं तो इस जगह को अपनी सूची में शामिल करना ना भूलें।
नॉर्थ सिक्किम: नॉर्थ सिक्किम भारत के सबसे ठंडे इलाको में से एक है। सर्दियों के दौरान यहां का तापमान -42 डिग्री रहता है। वहीं गर्मियों में यह 14 से 15 डिग्री रहता है। ऐसे में सर्दियों के लिहाज से गर्मियों मे नॉर्थ सिक्किम की सैर करना काफी अच्छा है। यहां पर देश दुनिया की सबसे ऊंची पहाड़ी कंचनजंगा भी स्थित है।
लद्दाख: हिमालय के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक लद्दाख भारत के सबसे ठंडे शहरों में से एक है। इस क्षेत्र में सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी देखी जा सकती है। सर्दियों के दौरान यहां का तापमान -35 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। वहीं आपको बता दें लद्दाख समुद्र तल से लगभग 3 हजार 500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। गर्मियों के दौरान यहां भी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। हालांकि कुछ दिलेर लोग ठंड के दौरान भी भापरी बर्फबारी का मजा लेने के लिए हां पर आते हैं।
स्पीती: स्पीती भारत के सबसे ठंडे इलाको में से एक है। सर्दियों में यहां का औसतन तापमान लगभग -30 डिग्री सेल्सियस चला जाता है। हिमाचल प्रदेश के इस स्थान पर सूरज की रोशनी केवल 250 दिन तक देखी जा सकती है। यहां पर करीब एक साल पुराने प्राचीन मठ मौजूद हैं। इसके अलावा य़हां पर आप सुंदर घाटियों, नदियों और पहाड़ों का मनोरम दृश्य का नजारा देख सकते हैं।