कोरोना वायरस महामारी ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कोरोना काल ने हमारे निजी जीवन में कई बदलाव करने पर मजबूर कर दिया है। ऑफिस के काम से लेकर बाजार जाने के तरीकों में काफी बदलाव आ गया है। लॉकडाउन के कारण बड़ी तादाद में लोग 'वर्क फ्रॉम होम' यानी घर से ही ऑफिस का काम कर रहे हैं। कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है।
आज के इस डिजिटल दौर में मोबाइल और कंप्यूटर के बिना 'वर्क फ्रॉम होम' की कल्पना नहीं की जा सकती। ऑनलाइन मीटिंग्स, वीडियो कांफ्रेंस और ऑनलाइन क्लास की वजह से लोग पहले के मुकाबले अब स्क्रीन पर ज्यादा समय गुजार रहे हैं। मोबाइल और कंप्यूटर की स्क्रीन पर अधिक समय बिताना हमारी त्वचा और आंखों को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सिंगापुर के स्किन ट्रीटमेंट सेंटर ने सचेत किया है कि कंप्यूटर और मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाली रौशनी आपकी त्वचा पर समय से पहले झुर्रियां ला सकती है।
इसके अलावा, आपकी त्वचा की कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। आपकी त्वचा समय से पहले बूढ़ी नजर आने लगेगी। डिजिटल स्क्रीन से निकलने वाली रौशनी अल्ट्रावायलेट रेज जितनी खतरनाक साबित हो सकती हैं। यह हमारी आंखों की रौशनी को कमजोर करती है साथ ही हमें सुस्त भी बनाती है। हालांकि, समय रहते अगर ध्यान दिया जाए तो काफी हद तक आने वाले परेशानियों से बचा जा सकता है।
काम करने के साथ-साथ खुद को कैसे बचाया जाए?
अगर वर्क फ्रॉम होम के साथ खुद को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक छोटा लेकिन ईमानदार कदम उठाना पड़ेगा। सबसे पहले अपने काम करने के समय और आम जीवन को एक रूटीन में ढालना होगा। कुछ छोटे उपायों से आप अपनी त्वचा और आंख दोनों को सुरक्षित रख सकते हैं...