योगा और मेडिटेशन ऐसी चीज है जो हमें अपने आप से जोड़ती है हमारे जीवन को सही दिशा में ले जाती है। नियमित तौर पर योगा और मेडिटेशन करने से आप दिल और दिमाग दोनों से बेहतर फील करेंगे और एक अच्छा जीवन जिएंगे। हर रोज योगा और मेडिटेशन करने वाले ना सिर्फ शारीरिक रुप से स्वस्थ महसूस करते हैं बल्कि मानसिक तौर पर भी उन्हें आध्यात्मिक लाभ मिलता है। मेडिटेशन आपके माइंड को शार्प, तनावमुक्त और क्लियर बनाता है।
आपको शायद यकीन ना हो लेकिन कुछ योगा ऐसे हैं जिन्हें अगर सप्ताह भर नियमित तौर पर कर लिया जाए तो मुश्किल से मुश्किल बैक पेन (पीठ दर्द) सही हो जाता है। शोध में भी ये सामने आया है कि स्ट्रेचिंग और स्पाइन लचीला होता है। एक सप्ताह के प्रैक्टिस से ही लोवर बैक पेन से भी राहत मिल जाता है।
अयंगर योगा जिसे ब्लॉक्स, बेल्ट और अन्य प्रॉप्स की मदद से किया जाता है इसे करने से बड़े से बड़ा जोड़ों का दर्द ठीक हो जाता है। बिक्रम और जेंटल जैसे हॉट योगा पोजेज से मांसपेशियों, जोड़ों और हड्डियों के दर्द में राहत मिल जाता है।
एक्सपर्ट के मुताबिक योगा आपके पूरे शरीर को डिटॉक्स करता है यह आपको अंदर से साफ करता है। योगा करने से थायरॉयड ग्रंथियां साथ ही शरीर का मेटाबोलिज्म सही होता है और शरीर से सारे टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन दिमाग तक सही रहता है। आपका शरीर पहले से अधिक संतुलित हो जाता है।
जब दिल के स्वास्थ्य की बात आती है तो हमें हेल्दी खाने पीने की हेल्दी वातावरण में रहने की सलाह दी जाती है। योगा और मेडिटेशन का ध्यनवाय कि इनकी वजह से आज लाखों लोग हृदय रोग से स्वस्थ हो चुके हैं और आराम की लाइफ जी रहे हैं। योगा से दिल की बीमारी का खतरा कम होता है। हर रोज 10 मिनट तक का मेडिटेशन आपको रिलैक्स करता है, आपके स्ट्रेस हॉर्मोन्स को कम करता है आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है साथ ही ब्लड फ्लो को सही करता है।
अगर आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो आपको नियमित रुप से योगा करना चाहिए। रिसर्च के मुताबिक एक अस्थमा पीड़ित वयस्क अगर 8 दिनों तक योगा सेशन करता है तो उसमें गजब का सुधार देखा जा सकता है। प्राणायाम के मदद से ब्रीदिंग प्रॉब्लम सही होती है और अस्थमा में सुधार देखा जा सकता है।
हेल्दी और बैलेंस्ड लाइफ के लिए आपको उतने ही आराम की भी जरूरत होती है और ये आराम एक अच्छी नींद से मिलता है। अगर आपको नींद ना आने की बीमारी है तो ये आपके पूरे हेल्थ पर असर डालता है, आप इनसोमनिया के शिकार हो सकते हैं। अगर अपना स्लीपिंग पैटर्न सुधारना है तो आपको सबसे पहले स्ट्रेस और एंग्जाइटी कम करना होगा और इसमें योगा आपकी बहुत मदद कर सकता है।
नियमित तौर पर योगा और मेडिटेशन प्रैक्टिस करने से आप एक खुशहाल व्यक्ति बनते हैं। योगा से आपकी स्किन ग्लो करती है आपका दिमाग शांत रहता है और आप बीमारी से मुक्त रहते हैं, चिंतामुक्त रहते हैं, ऐसे में कोई भी व्यक्ति खुशहाल रहेगा।