हर साल 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे (World Aids Day) मनाया जाता है। इसका मकसद दुनियाभर के लोगों को एड्स या एचआईवी को लेकर जागरुक करना है। एड्स एक गंभीर बीमारी है जिसे लाइलाज कहा जाता है। एड्स असुरक्षित यौन संबंध के अलावा संक्रमित सुई, खून और अजन्मे बच्चे को उसके मां से भी हो सकता है। एड्स से पीड़ित व्यक्ति को शुरुआती स्टेज में इस बीमारी का पता नहीं चल पाता और उसे इलाज करवाने में देर हो जाती है। एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति के शरीर में 8 से 10 साल बाद एड्स के लक्षण दिखाई देते हैं। इसलिए व्यक्ति को HIV के शुरुआती लक्षणों का पता होना बेहद जरूरी है। आज विश्व एड्स दिवस के मौके पर चलिए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में
HIV के शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं
लंबे समय से बुखार होना: इससे संक्रमित व्यक्ति को दो से चार सप्ताह के लिए बुखार रह सकता है। रात के समय पसीना आता है जिससे रात की नींद टूट जाती है। इस प्रकार के संकेत से यह प्रदर्शित होता है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो चुकी है।
थकान और कमजोरी महसूस होना: यदि आपको पिछले कुछ दिनों से काफी ज्याद ज्यादा थकान या बिना कुछ किए ही कमजोरी महसूस हो रही है तो यह एचआईवी के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं।
गला पकना या दर्द महसूस होना: HIV एड्स के शुरूआती सामान्य लक्षण में रोगियों को बुखार के साथ उनके गले में भी तकलीफ होती है। बुखार से पहले गले में खराश आ जाती है जिससे खाना खाने तथा कुछ भी निगलने में तकलीफ होती है।
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: इस लक्षण में रोगी के जोड़ों में तकरीबन 2 से 24 घंटे के बीच तक दर्द बना रहता है। यही नहीं कुछ लोगों को पीठ में दर्द और ऑस्टियोपोरोसिस की की भी शिकायत होती है।
वजन घट जाना: एचआईवी रोगी का वजन अचानक ना घट कर बल्कि धीरे धीरे घटता है। इससे शरीर के सिस्टम पर तेजी से प्रभाव पड़ता है और वजन में कमी आती है।
ऐसे करें बचाव
एड्स कभी छूने, साथ खाना खाने या फिर हाथ मिलाने से नहीं फैलता।
यौन संबंध बनाते समय हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करें। इस्तेमाल की हुई सुइयों का दुबारा प्रयोग ना करें। जीवन-साथी के अलावा किसी अन्य से यौन संबंध न बनाएं।