Heat Wave in Lucknow: राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में इन दिनों डायरिया के काफी मरीज पहुंच रहे हैं। औसतन चार से पांच मरीज इमरजेंसी में भर्ती हो रहे हैं, जबकि दस से अधिक मरीज इमरजेंसी ओपीडी में प्राथमिक उपचार के बाद घर भेजे जा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि दूषित खाद्य पदार्थों या पानी पीने से लोग उल्टी-दस्त से ग्रस्त हो रहे हैं। बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में 24 घंटे में औसतन 15 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। पांच से अधिक मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेजा जा रहा है।
बच्चों से लेकर वयस्क तक डायरिया की जद में आ रहे हैं। अस्पताल में डायरिया के दस से अधिक मरीज भर्ती हैं। यही हाल लोकबंधु अस्पताल का है। वहां हर रोज डायरिया की शिकायत लेकर 20 से अधिक मरीज आ रहे हैं।
तेजी से बढ़ रही गर्मी के कारण मामलों में इजाफा
अस्पताल में दस से अधिक लोग भर्ती भी हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी के मुताबिक, इन दिनों डायरिया के मामले बढ़े हैं। कई मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सिविल अस्पताल में भी यही आंकड़ा है इमरजेंसी में चार से पांच मरीज हर रोज भर्ती हो रहे हैं जबकि इमरजेंसी ओपीडी में इलाज के बाद आठ से दस मरीज वापस किए जा रहे हैं। निदेशक डॉ. आनंद ओझा के मुताबिक, डायरिया के मामले बढ़ने लगे हैं। गर्मी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में खानपान में गड़बड़ी से लोग डायरिया की चपेट में आ रहे हैं।
नींबू पानी का करें इस्तेमाल
डॉक्टरों के अनुसार, उल्टी-दस्त शुरू होते ही पानी में नींबू, चीनी और एक चुटकी नमक मिलाकर घोल बना लें, और थोड़ा-थोड़ा करके इसे पीते रहें। इसके अलावा छांछ और नारियल पानी का सेवन भी कर सकते हैं।
नहीं हो रही पानी की जांच
राजधानी में डायरिया का प्रकोप बढ़ने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग-जलकल की संयुक्त टीमें पानी की जांच नहीं कर रही हैं। पानी में गड़बड़ी की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का दावा है कि ही संयुक्त टीमें अलग-अलग इलाकों में जा पानी की जांच करेंगी।
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