Lucknow Civil Hospital: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का सिविल अस्पताल में अब निःशुल्क लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की सुविधा मिलेगी। सिविल अस्पताल लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की सुविधा देने वाला राजधानी का पहला सरकारी अस्पताल होगा। चिकित्सा संस्थानों में भी इस सर्जरी के लिए मरीजों को शुल्क चुकाना पड़ता है। वहीं निजी अस्पतालों में यह सर्जरी काफी महंगी है। दूरबीन विधि से ऑपरेशन शुरू होने के बाद मरीजों में संक्रमण की आशंका बेहद कम हो जाएगी, वहीं अस्पताल में रुकने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। सिविल अस्पताल प्रशासन का कहना है कि, डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी।
इसमें एक मामूली से छेद के जरिये दूरबीन विधि से ऑपरेशन किए जाएंगे। अस्पताल में इसके उपकरण काफी समय पहले ही आ गए थे, लेकिन उसमें कुछ खराबी होने की वजह से इस विधि से ऑपरेशन अब तक शुरू नहीं किए गए थे।
अब दूरबीन विधि से शुरू होंगे ऑपरेशन
अस्पताल निदेशक डॉ. आनंद ओझा ने बताया कि, अस्पताल प्रशासन ने फिलहाल इस मशीन को ठीक करा लिया है। अब दूरबीन विधि से ऑपरेशन शुरू किए जाएंगे। आपको बता दें कि, इससे पहले प्रदेश में बलरामपुर अस्पताल में शुल्क लेप्रोस्कोपिक सर्जरी लेकर होती थी। बलरामपुर अस्पताल के तत्कालीन निदेशक ने अस्पताल में लेप्रोस्कोपी के जरिए ऑपरेशन शुरू कराए थे। हालांकि यहां किराए पर मशीन मंगवाई थी और मरीजों से शुल्क वसूला जा रहा था। मामले की शिकायत शासन तक पहुंची तो अफसरों ने किराए पर मशीन मंगाकर मरीजों से शुल्क वसूलने पर नाराजगी जाहिर की थी।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी कराने में आता है करीब 70 हजार का खर्च
इसके बाद शासन के निर्देश पर यहां लेप्रोस्कोपी विधि से ऑपरेशन बंद कर दिए गए थे। तब से बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु समेत किसी भी सरकारी अस्पताल में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी नहीं हो रही है। आपको बता दें कि, निजी अस्पत में लेप्रोस्कोपिक विधि से सर्जरी कराने में करीब 35 से 45 हजार रुपये का खर्च आता है। इसके अलावा मरीज पर दवाओं का अतिरिक्त खर्च होता है। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी कराने में मरीज को करीब 60-70 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
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