Lucknow News: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वाले वाहन चालकों को एक मई से जेब ढीली करनी होगी। यूपीडा ने टोल वसूली के कुल 13 प्वाइंट बनाए हैं। इनमें जिले के हैदरिया और लखनऊ के गोसाईगंज के महोराकलां में दो बड़े टोल लगाए गए हैं। इसके अलावा बीच के एंट्री प्वाइंट पर 11 छोटे टोल हैं। एक्सप्रेस-वे पर बीच में कहीं से भी सफर शुरू करने वाले को भी टोल देना होगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 16 नवंबर, 2021 से यात्रियों के लिए खुला हुआ है। अब इस पर टोल टैक्स वसूली की तैयारी है। इसके लिए न्यूनतम दर के आधार पर प्रकाश एस्फाल्टिंग एंड टोल हाईवेज (इंडिया) लिमिटेड का चयन किया गया है।
1 मई से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर टोल दरें लागू
कुछ माह पहले ही उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने टोल टैक्स वसूली के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं। सूत्रों से जानकारी मिली है कि न्यूनतम दर के आधार पर इंदौर की कंपनी प्रकाश एस्फाल्टिंग एंड टोल हाईवेज (इंडिया) लिमिटेड का चयन किया गया है। टोल टैक्स की वसूली का कार्य 1 मई से शुरू कर दिया जाएगा।
340 किलोमीटर है लंबाई
सूत्रों के अनुसार, आगरा एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भी टोल टैक्स लगाया जाएगा। आगरा एक्सप्रेस-वे पर प्रति किलोमीटर 2.15 रुपये की दर से टोल टैक्स वसूला जाता है। माना जा रहा है कि, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भी इसी आधार पर टोल वसूली की जा सकती है। लखनऊ से गाजीपुर के बीच बने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लंबाई 340 किलोमीटर है। ऐसे में यह दूरी तय करने के लिए वाहन चालकों को करीब 730 रुपए का टोल भुगतान करना पड़ेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के नौ जिलों से होकर गुजरता है। बाद में इसका विस्तार बलिया तक कर दिया जाएगा। 340 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ व गाजीपुर को सीधे सिक्सलेन से जोड़ रहा है।
एक्सप्रेस-वे को आठ पैकेज में किया गया है विकसित
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 340 किलोमीटर में बना हुआ है, जिसको आठ पैकेज में विकसित किया गया। इस एक्सप्रेस-वे में 22 फ्लाईओवर, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 7 बड़े पुल, 114 छोटे पुल बनाए गए हैं। इसके अलावा एक्सप्रेसवे पर 45 वाहन अंडरपास, 139 छोटे वाहन अंडरपास, 87 पैदल अंडरपास और 525 बॉक्स कल्वर्ट का निर्माण किया गया है। करीब 11,216 करोड़ रुपए की लागत से इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया गया है।
उतारे जा सकते हैं फाइटर प्लेन
यूपी चुनाव 2022 से ठीक पहले 16 नवंबर 2021 को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण सुल्तानपुर के पास पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों कराया गया था। इस एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्लेन भी उतारने की सुविधा बनाई गई है। यूपी चुनाव के कारण इस एक्सप्रेस-वे को अब तक टोल फ्री रखा गया था। टोल टैक्स लगने से इस एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वालों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी।
एक्सप्रेस-वे पर घटेगा वाहनों का दबाव
टोल टैक्स लगाए जाने से एक्सप्रेस-वे पर वाहनों में कमी होगी। अभी इस सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स की वसूली नहीं होती है। इस कारण टैक्टर से लेकर तमाम छोटे वाहन एक्सप्रेस-वे पर जाते हैं। इससे कई बार दुर्घटना की स्थिति बनती दिखती है। वाहनों का दबाव घटने और धीमा चलने वाले वाहनों के कम होने से एक्सप्रेस-वे की रफ्तार बढ़ जाएगी। इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे की लागत निकालने में भी सरकार को मदद मिलेगी। सरकार ने इसके लिए कंपनी के चयन को मंजूरी दे दी है। हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर टोल टैक्स की दर को घोषणा नहीं की गई है।
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