नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। एयरपोर्ट के उद्घाटन के मौके पर कोलंबो से 100 से ज्यादा बौद्ध भिक्षुओं एवं गणमान्य लोगों को लेकर एक विमान हवाईपट्टी पर उतरेगा। पीएम मोदी महानिर्वाण मंदिर में अभिधम्म दिवस पर आयोजित एक समारोह में शिरकत करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री जिले में विकास की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उद्घाटन करेंगे।
260 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार यह एयरपोर्ट भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर को दुनिया के अन्य देशों के साथ जोड़ेगा। इस एयरपोर्ट से देश के अन्य एयरपोर्ट के लिए भी उड़ानें होंगी। एयरपोर्ट के शुरू हो जाने से बिहार एवं यूपी के नजदीकी जिलों की कनेक्टिविटी और बढ़ जाएगी। भगवान बुद्ध का दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री वहां पर एक बोधि वृक्ष भी लगाएंगे। अभिधम्म दिवस पर आयोजित होने वाले समारोह में श्रीलंका, थाईलैंड, म्यांमार, दक्षिण कोरिया, नेपाल, भूटान, कंबोडिया के बौद्ध भिक्षु और कई देशों के राजदूत शामिल होंगे।
बाद में पीएम मोदी 280 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले राजकीय मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखेंगे। इस कॉलेज में 500 बेड्स होंगे। वर्ष 2022-23 सत्र में कॉलेज एमबीबीएस के लिए 100 छात्रों को प्रवेश देगा। इसके अलावा पीएम 180 करोड़ रुपए की लागत वाली 12 विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे एवं उनका उद्घाटन करेंगे। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी का कार्यक्रम कुछ इस तरह है-
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति समेत तमाम मेहमानों का स्वागत पूर्वांचल के मशहूर 'काला नमक' चावल से बने 'बुद्ध प्रसाद' से किया जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि कुशीनगर हवाई अड्डे के उद्घाटन कार्यक्रम में 25 प्रतिनिधियों तथा 100 बौद्ध भिक्षुओं समेत तमाम विशिष्ट अतिथियों को पार्टिसिपेटरी रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन (पीडीआरएफ) की तरफ से काला नमक चावल से बना बुद्ध प्रसाद वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुशीनगर हवाई अड्डे के उद्घाटन के बाद सांस्कृतिक संबंधों को नई उड़ान मिलेगी और पर्यटन क्षेत्र में नया उछाल आएगा। प्रधानमंत्री इस मौके पर एक राजकीय मेडिकल कॉलेज की आधारशिला भी रखेंगे।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रदेश का सबसे लंबा रनवे वाला (3.2 किमी लंबा व 45 मीटर चौड़ा) एयरपोर्ट है। इसके रनवे की क्षमता 8 फ्लाइट (4 आगमन, 4 प्रस्थान) प्रति घंटा है। एयरपोर्ट पर ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि यहां दिन ही नहीं रात में भी उड़ान संभव रहे। इसकी अंतरिम पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग 3600 वर्गमीटर में बनी हुई है और इसकी पीक ऑवर पैसेंजर क्षमता 300 की है। इस ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए 5 मार्च 2019 को उत्तर प्रदेश सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच एमओयू हस्ताक्षरित हुआ था और 10 अक्टूबर 2019 को प्रदेश सरकार ने इस एयरपोर्ट को एयरपोर्ट अथॉरिटी को हैंडओवर किया।
योगी सरकार की पहल पर 24 जून 2020 को केंद्रीय कैबिनेट ने इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट घोषित किया। व्यावहारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय उड़ान की सभी बाधाएं तब दूर हो गईं जब 22 फरवरी 2021 को डीजीसीए ने इसे लाइसेंस प्रदान किया। कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से श्रीलंका, जापान, चीन, ताइवान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, सिंगापुर, वियतनाम समेत दर्जनों दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से सीधी एयर कनेक्टिविटी होगी। इससे इन देशों के पर्यटकों, बौद्ध उपासकों को महापरिनिर्वाण स्थली का दर्शन करने में काफी आसानी होगी। अंतरराष्ट्रीय उड़ान की इस सेवा से बौद्ध सर्किट के चार प्रमुख तीर्थो लुम्बिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर व अन्य तीर्थो श्रावस्ती, कौशाम्बी, संकिशा, राजगीर, वैशाली की यात्रा भी पर्यटक कम समय में कर सकेंगे।
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